मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की हुई शुरुआत : 72 मंत्रियों ने ली शपथ, नोएडा को बड़ी मायूसी लगी हाथ

मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की शुरुआत हो गई। जिसमें पीएम के साथ 30 कैबिनेट, 5 राज्‍यमंत्री स्‍वतंत्र प्रभार और 36 राज्‍यमंत्री समेत 72 मंत्रियों ने शपथ ली। हालांकि इसमें नोएडा के लोगों को बड़ी मायूसी मिली।

Jun 10, 2024 - 11:19
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की हुई शुरुआत : 72 मंत्रियों ने ली शपथ, नोएडा को बड़ी मायूसी लगी हाथ

नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की शुरुआत हो गई। जिसमें पीएम के साथ 30 कैबिनेट, 5 राज्‍यमंत्री स्‍वतंत्र प्रभार और 36 राज्‍यमंत्री समेत 72 मंत्रियों ने शपथ ली। हालांकि इसमें नोएडा के लोगों को बड़ी मायूसी मिली। जहां नोएडा के लोगों को उम्मीद थी कि उनके सांसद  डॉ. महेश शर्मा को मोदी कैबिनेट में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। जहां डॉ. महेश शर्मा बड़े अंतर से जीत के बाद भी गौतमबुद्ध नगर से मंत्री पद के दावेदार माने जा रहे थे। वहीं 2014 में जब बीजेपी सरकार बनी थी इसमें डॉ. महेश शर्मा मंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई थी। वही इस बार भी उनके समर्थन को उम्मीद थी कि इस बार भी उन्हें मंत्री बनाया जा सकता है। उस समय उन्होंने जेवर में बन रहे एयरपोर्ट के लिए बहुत सारी मंजूरियां दिलाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हालांकि उनको मंत्री पद नहीं मिलने के पीछे की सबसे बड़ी वज़ह माना जा रहा है कि यूपी में बीजेपी की कम सीटें आना, क्षेत्र एवं जातियों को साधने के क्रम में उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली। बता दें  गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट से डॉ. महेश शर्मा ने बड़े रेकॉर्ड मतों से जीत कर हैट्रिक लगाई थी। उन्होंने 8 लाख 57 हजार 829 वोट हासिल की वहीं इंडिया गठबंधन के सपा प्रत्याशी डॉ. महेंद्र नागर को 5 लाख 59 हजार 472 वोटों से हराया था। जिसके बाद सब को उम्मीद थी उन्हें केबिनेट में बड़ी जगह मिल सकती है। 

 पीएम देश को आगे बढ़ाने का कर रहे काम

हालांकि वोटों के लिहाज से देखा जाए तो यूपी में उनकी सबसे बड़ी जीत है। उन्हें 59.69 प्रतिशत मत मिले। बता दें डॉ. महेश शर्मा बीजेपी के कद्दावर नेताओं में से एक हैं। वह लगातार तीन गौतमबुद्धनगर लोकसभा चुनाव सीट से जीत दर्ज करा चुके हैं। वही इसके साथ ही नोएडा विधानसभा क्षेत्र के वह पहले विधायक रहे हैं। 2014 की मोदी सरकार में डॉ. महेश शर्मा को संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय मिला था। इसके साथ ही वह नागरिक उड्डयन मंत्रालय के राज्य मंत्री भी रहे थे। जबकि 2019 में फिर से जब मोदी सरकार बनी। इस बार उन्हें मंत्री पद नहीं मिला। हालांकि 2024 की लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी को देश स्तर पर नुकसान हुआ है। 
जबकि डॉ. महेश शर्मा ने वोटों के लिहाज से यूपी में सबसे बड़ी जीत हासिल कर अपना दम दिखाया। इसके आधार पर माना जा रहा था कि उन्हें इस बार मोदी केबिनेट मंत्री पद मिल सकता है। उनके समर्थकों को इसकी पूरी उम्मीद थी, लेकिन रविवार को उनका नाम मंत्री पद की शपथ लेने वाली कि लिस्ट में शामिल नहीं हुआ। इससे उनके समर्थक निराश नजर आए। हालांकि इसको लेकर डॉ. महेश शर्मा का बयान सामने आया। जिसमें उन्होंने कहा कि पहली बार, दूसरी बार और तीसरी बार एनडीए की जीत हुई है। आगे भी एनडीए ही जीतेगा। हमने मिलकर चुनाव लड़ा है। पीएम मोदी की अगुवाई में सब अपनी-अपनी भूमिका में काम करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। 

 डॉ. महेश शर्मा बड़ा ब्राह्मण चेहरा

दरअसल इस बार की लोकसभा चुनाव में जाति और क्षेत्र के समीकरण साधने के साथ-साथ एनडीए के सहयोगियों को भी साधने की मजबूरी है। इसके कारण ही यूपी में बीजेपी को कम सीटें मिली हैं। ऐसे में यूपी में मंत्रियों की संख्या भी सीमित रखी गई। इसमें आरएलडी को भी साधना है। बीजेपी की ओर से डॉ. महेश शर्मा बड़ा ब्राह्मण चेहरा हैं, लेकिन जितिन प्रसाद इनसे भी सीनियर हैं। हालांकि नोएडा को बीजेपी की सुरक्षित सीट भी माना जाता है। लिहाजा चुनाव नतीजे आने के बाद यह देखा भी गया कि बड़ी जीत हासिल की। एनसीआर और वेस्ट यूपी में मंत्रियों की संख्या को देखते हुए गौतमबुद्धनगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा का नंबर मंत्री पद नहीं मिल पाया।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow