एक्शन में नोएडा प्राधिकरण के सीईओ, कई अफसर का रोका वेतन, ठेकेदार पर एफआईआर और जीएम को नोटिस
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉक्टर लोकेश एम ने शहर का अलग अलग इलाके में जायजा लिया। इस दौरान सीईओ को बड़ी लापरवाही देखने के लिए मिली, जिसके बाद उनके द्वारा ताबड़तोड़ एक्शन लिया गया हैं। इस एक्शन में प्राधिकरण के जन स्वास्थ्य विभाग के जीएम से लेकर ठेकेदारों पर गाज गिरी है।
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉक्टर लोकेश एम ने शहर का अलग अलग इलाके में जायजा लिया। इस दौरान सीईओ को बड़ी लापरवाही देखने के लिए मिली, जिसके बाद उनके द्वारा ताबड़तोड़ एक्शन लिया गया हैं। इस एक्शन में प्राधिकरण के जन स्वास्थ्य विभाग के जीएम से लेकर ठेकेदारों पर गाज गिरी है। इसके बाद पूरे प्राधिकरण में हड़कंप मच गया है। दरअसल, इन दिनों हो रही बारिश के कारण शहर की हालत लगातार खराब हो रही है। इस समस्या की शिकायत को लेकर शहर के लोग सीईओ से शिकायत कर रहे थे। हालांकि सीईओ के बार-बार अधिकारियों को निर्देश दिए जाने के बाद व्यवस्था को सुधारने में अधिकारी और ठेकेदार विफल रहे हैं। इसके बाद सफाई व्यवस्था और सड़कों की खस्ता हालत 20 अगस्त को सीईओ के सामने आ गई। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कड़ी फटकार भी लगाई। इतना ही नहीं बल्कि शहर भर में सफाई के मामले में मिली अव्यवस्थाओं के कारण सीईओ ने इस दौरान जन स्वास्थ्य विभाग के महाप्रबंधक को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। इतना ही नहीं बल्कि और भी कई एक्शन लिया गया है।
सीईओ ने किया निरीक्षण
गौरतलब है कि शहरवासियों की मिल रही लगातार शिकायत के बाद सीईओ ने सबसे पहले एमपी-1, एमपी-2, डीएससी और एमपी-3, मार्ग निठारी और अन्य जगह का जायजा लिया। यहां पर उन्हें एमपी-1 मार्ग पर फुटपाथ की स्थिति ठीक नहीं मिली। सीईओ ने फुटपाथ को सही करने के निर्देश दिए। इसके बाद सेक्टर-27 कैंब्रिज स्कूल के सामने टी प्वाइंट को विकसित करने के लिए उद्यान विभाग को निर्देशित किया गया। हालांकि केंब्रिज के सामने सड़क पर जून में बिटूमिन सरफेस किया गया था। वहां सड़क खस्ताहाल मिली। सड़क का लेवल ठीक नहीं था। सीईओ ने लापरवाही बरतने पर संविदाकार पर एफआईआर कराने और संविदाकार को ब्लैक लिस्ट करने के लिए कहा गया। इसके साथ ही संबंधित अवर अभियंता का दो माह का वेतन रोकने के साथ प्रबंधक को कड़ी चेतावनी और वरिष्ठ प्रबंधक को स्पष्टीकरण देने के लिए बोला गया।
2 लाख की पेनाल्टी लगाने के दिए निर्देश
बता दें एमपी-2 मार्ग पर सेक्टर-30, 26 और निठारी के मध्य टी-प्वाइंट को विकसित करने के लिए उद्यान विभाग को निर्देशित किया गया। इसके अलावा ग्राम निठारी के सामने अत्यधिक मात्रा में सड़क पर गार्बेज पड़ा पाया गया। वहीं सड़क की सफाई नहीं होने पर एजी एन्वायरो पर 2 लाख की पेनाल्टी लगाने और संबंधित स्वास्थ्य निरीक्षक का दो माह का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं। एमपी-2 मार्ग से शशि चौक तक सेक्टर-30 और गांव निठारी के मध्य मार्ग पर सेन्ट्रल वर्ज सही नहीं मिली।
दो महिने की वेतन रोकी
दरअसल डीएससी मार्ग पर सेक्टर-42 की ओर फुटपाथ और पैरापिट वॉल क्षतिग्रस्त पाई गई। जिसके लिए पूर्व में फुटपाथ और पैरापिट वॉल का अनुरक्षण करने के लिए वर्क सर्किल-3 को निर्देशित किया गया था। जबकि इस दौरान सेक्टर-42 में 5 प्रतिशत आबादी भूखंड के सामने खाली पड़ी जगह पर गंदगी देखने के लिए मिली, जिसके बाद उन्होंने उस जगह की 3 दिन में सफाई कराते हुए फोटोग्राफ के साथ-साथ कार्रवाई की जाए। यहां मिली अव्यवस्थाओं के लिए संबंधित स्वास्थ्य निरीक्षक का दो माह का वेतन रोका जाए। संविदाकार पर 1 लाख की पेनाल्टी लगाने के लिए कहा गया।
कारण बताओ नोटिस किया जारी
बता दें सेक्टर-42 और 48 के मध्य मार्ग पर अत्यधिक मात्रा में गड्ढे मिले। सिविल विभाग के अवर अभियन्ता का 2-2 माह का वेतन रोकने और प्रबन्धक को कड़ी चेतावनी जारी करने और संबंधित वरिष्ठ प्रबंधक को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने एमपी-3 मार्ग का निरीक्षण किया गया, जहां सेक्टर-32 के समीप बायीं ओर सिटी सेंटर अंडरपास पर मिट्टी जमा मिली और घास पाई गई। संविदाकार पर दो लाख पेनाल्टी लगाने और सम्बन्धित स्वास्थ्य निरीक्षक का दो माह का वेतन रोकने हेतु निर्देशित किया गया।
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