'लीक प्रूफ' पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए एक्शन मोड में प्रशासन, स्ट्रॉन्ग रूम से रखी जा रही सेंटरों पर कड़ी निगरानी
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परिक्षा 60,244 पदों के लिए परिक्षा का आयोजन किया गया, ये परीक्षा 23 अगस्त से शुरू होकर 24 , 25, 30 और 31 अगस्त आयोजित की जाएगी। वहीं इस परीक्षा में इस बार पेपर लीक न हो इसके लिए योगी सरकार फुल एक्शन मोड में दिखाई दे रही है। इस बार यूपी में 67 जिलों के 1176 केंद्रों पर दो पाली में परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परिक्षा 60,244 पदों के लिए परिक्षा का आयोजन किया गया, ये परीक्षा 23 अगस्त से शुरू होकर 24 , 25, 30 और 31 अगस्त आयोजित की जाएगी। वहीं इस परीक्षा में इस बार पेपर लीक न हो इसके लिए योगी सरकार फुल एक्शन मोड में दिखाई दे रही है। इस बार यूपी में 67 जिलों के 1176 केंद्रों पर दो पाली में परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। वहीं परीक्षा सेंटरों की पूरी निगरानी के लिए लखनऊ कंट्रोल रूम से लेकर सभी जिलों के स्ट्रॉन्ग रूम से नजर रखी जा रही है, ताकी सेंटरों पर परींदा भी पर न मार सके। इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
कलेक्ट्रेट ऑफिस में बनाया स्ट्रॉन्ग रूम
बता दें ग्रेटर नोएडा में कलेक्ट्रेट ऑफिस में स्ट्रॉन्ग रूम बनाया गया, जहां पुलिस भर्ती परीक्षा के सभी 18 परीक्षा केंद्रों की निगरानी रखी जा रही है, वहीं भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। हालांकि इसके साथ ही लगातार पुलिस के अधिकारी परीक्षा केंद्रों पर CCTV कैमरे के जरिए निगरानी कर रहे हैं, ताकि कोई भी संदिग्ध मिले तो उसे पकड़ा जा सके और नकलविहिन परीक्षा कराई जा सके। हालांकि इस स्ट्रॉन्ग रूम का कनेक्शन लखनऊ से भी है, जहां प्रदेश के बड़े अधिकारी पूरी निगरानी रख रहे हैं। जबकि नोएडा से नोडल अधिकारी रवि शंकर निम कड़ी नजर गढ़ाएं हुए हैं।
24 अभ्यर्थियों पर एक CCTV कैमरा
गौरतलब है कि परीक्षा को पारदर्शी बनाने के लिए हर 24 अभ्यर्थियों पर एक CCTV कैमरे का प्रबंध किया गया है। इस प्रकार करीब 17000 CCTV कैमरे पूरे यूपी में लगाए गए हैं।परीक्षा सही तरह से कराने के लिए करीब 2300 मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है। वहीं परीक्षा के मजिस्ट्रेट ही प्रश्न पत्र लाएंगे और आंसर शीट लेकर जाएंगे। इन सबके साथ यूपी पुलिस के कर्मियों को भी तैनात किया गया है, पूरे यूपी में करीब 25000 पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की गई है और ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की जा रही है।
अलर्ट मोड में STF और ग्रेनो पुलिस
एसटीएफ और जिला पुलिस की ओर से असामाजिक गतिविधियों की सतर्क निगरानी की जाएगी। इन एजेंसियों को सतर्क रहने और किसी भी खतरे पर तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। वहीं अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए इस बार विशेष प्रबंध किए गए हैं। जबकि राज्य सरकार की ओर से फ्री बस सेवा का प्रबंध किया गया है। हर परीक्षा कक्ष में एक वॉल क्लॉक का प्रबंध किया गया है।
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