नोएडा में किसान से रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल : करप्शन फ्री इंडिया ने किया प्रदर्शन,अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग 

नोएडा में किसान से लेखपाल और तहसीलदार के नाम पर रिश्वत मांगने का एक ऑडियो वायरल हो रहा है। रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल हुआ उसके बाद जिले के किसान से रिश्वत मांगने पर करप्शन फ्री इंडिया ने हल्ला बोल प्रदर्शन किया है।

Jun 20, 2024 - 12:50
नोएडा में किसान से रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल : करप्शन फ्री इंडिया ने किया प्रदर्शन,अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग 
करप्शन फ्री इंडिया ने किया प्रदर्शन

हमारे देश की सबसे बड़ी समस्या है रिश्वतखोरी, इसको लेकर आए दिन कई मामलें सामने आते हैं। हालांकि सरकार रिश्वतखोरो पर लगाम लगाने का हर संभव प्रयास कर रही है। लेकिन इसके बावजूद भी इसका कोई खास असर नहीं पड़ता है। दरअसल नोएडा में किसान से लेखपाल और तहसीलदार के नाम पर रिश्वत मांगने का एक ऑडियो वायरल हो रहा है।
हालांकि जैसे ही रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल हुआ उसके बाद जिले के किसान से रिश्वत मांगने पर करप्शन फ्री इंडिया ने हल्ला बोल प्रदर्शन किया है। सदर तहसील में तैनात कानूनगो एवं ड्राइवर के द्वारा मुआवजे की फाइल पास कराने के लिए रिश्वत मांगी गई थी। दरअसल ऑडियो क्लिप में सुना जा सकता है कि तहसीलदार, लेखपाल के नाम पर लाखों रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है। दरअसल ऑडियो सामने आने के बाद करप्शन फ्री इंडिया संगठन के कार्यकर्ताओं ने उपजिलाधिकारी वेद प्रकाश सिंह को अपना ज्ञापन सौंपा।

ढ़ाई लाख मांगे रिश्वत   

गौरतलब है कि करप्शन फ्री इंडिया संगठन के संस्थापक चौधरी प्रवीण भारतीय एवं आलोक नागर ने ऑडियो क्लिप के बारे में पूरी जानकारी दी, जिसमें उन्होंने बताया कि ग्रेटर नोएडा के इमलिया गांव निवासी वीर सिंह अपने मूल मुआवजे की फाइल पर हस्ताक्षर करने के लिए सदर तहसील में तैनात कानूनगो अधिकारी के पास पहुंचा थे। वही आरोप है कि इस दौरान उन्होंने फाइल को आगे बढ़ाने के लिए इंकार कर दिया और कह दिया कि लेखपाल के ड्राइवर अशोक से मिल लीजिए। जिसके बाद किसान ने ड्राइवर से बात की, तो उसने बताया कि कानूनगो साहब मुआवजे की फाइल पर हस्ताक्षर करने की बदले में ढाई लाख रुपए मांग रहे हैं।

ऑडियो में रिश्वत लेने की बात स्वीकार की

दरअसल जो ऑडियो सामने आया है उस ऑडियो में सदर तहसील के कानूनगो और लेखपाल के ड्राइवर अशोक के बीच में ढाई लाख रुपए किस तरह बांटने हैं, उसकी चर्चा में कानूनगो ने स्वीकार किया है,, कि एक लाख रुपए मुझे, 50 हजार लेखपाल, 50 हजार तहसीलदार और 50 हजार ड्राइवर को दे देना। हालांकि प्रवीण भारतीय ने आरोप में य़ह भी कहा कि गौतमबुधनगर में अधिकतर किसानों के साथ मुआवजे की फाइल के नाम पर लेखपाल कानूनगो एवं अन्य अधिकारी ऐसे ही परेशान कर अपने ड्राइवर या प्राइवेट आदमियों से फाइल पर हस्ताक्षर करने के नाम पर मोटी रकम वसूल कर हमारे साथ भ्रष्टाचार कर रहे हैं। कोर कमेटी सदस्य मास्टर दिनेश नागर ने कहा कि भ्रष्टाचार को बिल्कुल भी करप्शन फ्री इंडिया संगठन बर्दाश्त नहीं करेंगा। भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाया जाएगा और भ्रष्ट  लोगों को सजा दिलवाने का काम किया जाएगा। 

  उपजिलाधिकारी के पास सौंपा ज्ञापन 

वहीं करप्शन फ्री इंडिया संगठन ने इस प्रकरण के ऑडियो की उपजिलाधिकारी वेद प्रकाश सिंह को ज्ञापन सौंपकर तत्काल जांच कर दोषी पाए जाने वाले अधिकारी और कर्मचारियों को सस्पेंड करते हुए तत्काल जेल भेजने की मांग की है। इसके साथ ही मास्टर दिनेश नागर ने कहा कि अन्यथा करप्शन फ्री इंडिया संगठन और क्षेत्र के लोग इस भ्रष्टाचार के खिलाफ जिला मुख्यालय पर भूख हड़ताल करेंगे। जब तक दोषियों को सजा नहीं मिल जाती है तब तक वो भ्रष्टाचार के खिलाफ इसी तरह से आवाज उठाएंगे। लेकिन जिस तरह से अधिकारी फाइल पर साइन करने के लिए या किसी अन्य कार्य के आम जनता से रिश्वत की मांग करते हैं। उससे देश के आम लोग काफी परेशान होते हैं एवं उन्हें किसी भी काम को कराने से पहले ये सोचना पड़ता है।

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