जेवर एयरपोर्ट पर बनेगा भारत का पहला अंडरग्राउंड रेलवे स्टेशन : 61 किमी लंबे ट्रैक बिछाने के लिए रेल मंत्रालय ने  दी सहमति

निया के सबसे आधुनिकतम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों में शुमार होने होने वाला जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश के पहले अंडरग्राउंड रेलवे स्टेशन का भी साक्षी बनेगा। दरअसल जेवर एयरपोर्ट ग्राउंड में ही अंडरग्राउंड स्टेशन बनाने का फैसला लिया गया है।

May 22, 2024 - 14:53
जेवर एयरपोर्ट पर बनेगा भारत का पहला अंडरग्राउंड रेलवे स्टेशन : 61 किमी लंबे ट्रैक बिछाने के लिए रेल मंत्रालय ने  दी सहमति

दिल्ली एनसीआर में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। जहां लोग जेवर एयरपोर्ट के शरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। तो वहीं अब सरकार ने यात्रियों की सुविधा के लिए एक और फैसला ले लिया है। दुनिया के सबसे आधुनिकतम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों में शुमार होने होने वाला जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश के पहले अंडरग्राउंड रेलवे स्टेशन का भी साक्षी बनेगा। दरअसल जेवर एयरपोर्ट ग्राउंड में ही अंडरग्राउंड स्टेशन बनाने का फैसला लिया गया है। जिसका परिचालन पलवल के रुंधी से लेकर दिल्ली हावड़ा रेल लाइन के चोला स्टेशन तक किया जाएगा। जिसके लिए 61 किमी लंबे रेल ट्रैक बिछाने को लेकर रेल मंत्रालय ने  सहमति दे दी है। बता दें यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने रुंधी से चोला के बीच रेल लाइन और स्टेशन की विस्तृत कार्ययोजना भी तैयार कर ली है। वहीं डीपीआर के अनुसार रेल लाइन शुरू होने के साथ ही इस रूट से लगभग 1.22 लाख रेल यात्रियों को सुविधा मिलेगी।

भारत का पहला रेल कनेक्टिविटी एयरपोर्ट

दरअसल जेवर एयरपोर्ट को रेल कनेक्टिविटी देने वाला रेलवे स्टेशन हवाई अड्डे के पैसेंजर टर्मिनल के नीचे बनाने का फैसला लिया गया है। हालांकि अब तक ऐसा रेलवे स्टेशन दुनिया में महज टोकियो, बर्लिन, न्यूयॉर्क और पेरिस के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बनाया गया है। वहीं भारत में ऐसा पहली बार होगा। यहां रेलवे स्टेशन और पैसेंजर टर्मिनल के बीच यात्री एलिवेटर, लिफ्ट या सीढ़ियों के जरिए आवागमन कर पाएंगे। यह पूरा एरिया वातानुकूलित होगा।
हालांकि इसी स्टेशन के पास दिल्ली-वाराणसी रैपिड रेल और दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई-अड्डे से जोड़ने वाली रैपिड और मेट्रो स्टेशन भी बनाए जाएंगे। बता दें  एयरपोर्ट के दायरे वाले इलाक़े में करीब 16 किलोमीटर की दूरी तक रेलवे लाइन अंडरग्राउंड गुज़रेगी। जानकारी के लिए बता दें रेलवे मंत्रालय की सहमति पर इस परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई है। जबकि पिछले सप्ताह यीडा के अधिकारियों के साथ रेल मंत्रालय और भारत सरकार के अधिकारियों के बीच इस परियोजना को विस्तृत करने को बैठक हुई थी। इस बैठक में परियोजना को विस्तृत करने को लेकर चर्चा हुई थी। इसको लेकर यह भी बताया गया कि इस प्रोजेक्ट के विस्तार होने के बाद से कितने लोगों को लाभ मिलेगा एवं इस बात पर भी चर्चा हुई कि रेलवे स्टेशन कहां-कहां  बनाए जाएंगे।

61 किलोमीटर लंबा होगा नया रेलवे लिंक

हालांकि इस प्रोजेक्ट को लेकर यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि एयरपोर्ट को मुंबई-नई दिल्ली और कोलकाता-नई दिल्ली रेल लाइन को जोड़ने के लिए प्रस्तावित नया रेलवे लिंक 61 किलोमीटर लंबा होगा। जिसकी शुरुआत पलवल जंक्शन से होगी। और पलवल से आगे बढ़कर नया रेल लिंक रूंधी गांव के पास से गुज़रेगा। यहां रूंधी रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा। इसके आगे चांदहट रेलवे स्टेशन बनेगा। चांदहट के बाद रेलवे लाइन यमुना नदी को पार करेगी और उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगी। यूपी में इस लाइन का पहला रेलवे स्टेशन ज़ेवर खादर में होगा। इसके बाद पलवल से 33 किलोमीटर की दूरी पर जेवर एयरपोर्ट, 42 किलोमीटर पर जहांगीरपुर, 52 किलोमीटर की दूरी पर बीघेपुर और सबसे अंत में 61 किलोमीटर दूर चोला रेलवे स्टेशन होगा।

रेलवे लाइन के विस्तार के लिए कंपनी ने मांगी जमीन

दरअसल यीडा के अंडरग्राउंड रेलवे स्टेशन और रेल लाइन के प्रस्ताव पर एयरपोर्ट का निर्माण करने वाली कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड इसको लेकर ने आपत्ति व्यक्त की है। इसको लेकर कंपनी  यीडा के अधिकारियों से संपर्क कर कहा है कि हालांकि पहले फेज का काम सितंबर 2024 तक पूरा होगा। हालांकि बोला गया है कि इन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए अतिरिक्त जमीन की व्यवस्था की जाए। जबकि फिलहाल कंपनी ने इस मामले में अपनी सहमति नहीं दी है। वहीं कंपनी से सहमति मिलने के बाद इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा। बता दें रेलवे के अधिकारियों के साथ 61 किमी लंबे नए रेल रूट पर चर्चा हुई है। डीपीआर के अनुसार जेवर एयरपोर्ट पर देश का पहला अंडरग्राउंड रेलवे स्टेशन बनाने की तैयारी है। जल्द ही इस मामले में अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

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