कथावाचक प्रदीप मिश्रा के बयान को लेकर नाराज संत समाज ने बुलाई महापंचायत : संत समाज ने सुनाई सजा
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के राधा रानी को लेकर बयान पर जो विवाद खड़ा हुआ था वो थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। कथावाचक के इस बयान को लेकर मथुरा में ब्रज के संतों एवं लोगों के द्वारा एक महापंचायत आयोजित की गई। इस बैठक में कहा गया कि कथावाचक प्रदीप मिश्रा से चार दिनों के अंदर मांफी मांगे l
पिछले कुछ दिनों से मशहूर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के बयान को लेकर देश में विवाद छाया हुआ है। ऐसा लगता है उनके द्वारा दिए राधा रानी को लेकर बयान पर जो विवाद खड़ा हुआ था वो थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। हालांकि कथावाचक के इसी बयान को लेकर मथुरा में ब्रज के संतों एवं लोगों के द्वारा एक महापंचायत आयोजित की गई। इस बैठक में कहा गया कि कथावाचक प्रदीप मिश्रा से चार दिनों के अंदर मांफी मांगे l इसके साथ ही अगर प्रदीप मिश्रा की ओर से माफी नहीं मांगी जाती तो ब्रज मंडल में उनके प्रवेश पर रोक लगा दी जायेगी। अब प्रदीप मिश्रा के इसी बयान को लेकर उज्जैन के सांदीपनि आश्रम के वंशज रूपम व्यास ने भी माफी मांगने के लिए बोला है।
बरसाना में महापंचायत का हुआ आयोजन
दरअसल कथावाचक प्रदीप मिश्रा के खिलाफ बरसाना में एक महापंचायत का आयोजन हुआ। वहीं यह महापंचायत बरसाना के मान मंदिर में पद्मश्री संत रमेश बाबा की अध्यक्षता में यह महापंचायत हुई। जहां सैकड़ों की संख्या में लोगों ने महापंचायत में भाग लिया। इस दौरान महापंचायत में ब्रज के प्रमुख मंदिरों के गोस्वामी और महंत मौजूद रहे। बता दें प्रदीप मिश्रा के खिलाफ पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से ब्रज में विरोध हो रहा है।करीब एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने माफी नहीं मांगी है। इसलिए महापंचायत में निर्णय लिया गया कि प्रदीप मिश्रा को ब्रज की सीमा में घुसने नहीं दिया जाएगा, जब तक वह ब्रज में आकर सभी लोगों से माफी नहीं मांग लेते हैं।इसके लिए महापंचायत में मौजूद साधु संतों ने प्रदीप मिश्रा को चार दिन का और समय दिया है, इसके साथ ही कहा है कि अगर वह 4 दिन में ब्रज में आकर माफी नहीं मांगते हैं तो उन्हें ब्रज के 84 कोस में भागवत कथा नहीं करने दिया जाएगा।
कथावाचकों के द्वारा किया जा रहा है भगवान का अपमान
गौरतलब है कि अब इस मामले को लेकर उज्जैन के सांदीपनि आश्रम के वंशज रूपम व्यास ने कहा कि तथाकथित कथावाचकों के द्वारा आजकल भगवान का लगातर अपमान किया जा रहा है। उनका कहना है कि राधा मां को राधा-राधा करके बोला जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा राधे मां भगवान कृष्ण के कण-कण में बसती हैं। आप कैसे बोल सकते हैं कि राधा मां बरसाने में सालभर में एक बार जाती हैं। राधा मां बरसाने के कण-कण में बसती हैं।
हालांकि रूपम व्यास ने आगे कहा कि मैं प्रदीप मिश्रा को चैलेंज करना चाहता हूं कि आपने किस पुराण के माध्यम से ये सब कुछ बोला है। इसके साथ ही उन्होंने प्रदीप मिश्रा से कहा कि किस पुराण के सहारे आप मां राधा का अपमान कर रहे हैं और कहां इस प्रकार ये सब लिखा हुआ है। मैं आपको चैलेंज करता हूं, अगर आप मुझे बता देंगे तो मैं आपकी जिंदगी भर गुलामी करूंगा। इस दौरान रूपम व्यास ने प्रेमानंद महराज का भी समर्थन किया। उन्होंने स्पष्ट तौर पर बोला कि अगर प्रदीप मिश्रा माफी नहीं मांगेंगे तो हम कोर्ट का सहारा लेंगे।
प्रदीप मिश्रा के इस बयान से हुआ विवाद
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों पहले ओंकारेश्वर में प्रवचन के दौरान प्रदीप मिश्रा ने राधा रानी को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि राधा जी के पति का नाम अनय घोष, उनकी सास का नाम जटिला और ननद का नाम कुटिला था। राधा जी का विवाह छाता में हुआ था। राधा जी बरसाना की नहीं, रावल की रहने वाली थीं। बरसाना में तो राधा जी के पिता की कचहरी थी। जहां वह साल भर में एक बार आती थीं। उनके द्वारा दिए इस बयान को लेकर अब उनका विरोध किया जा रहा है। अब संत समाज ने उन्हें मथुरा में सजा भी सुना दिया है। हालांकि देखने वाली बात होगी कि कथावाचक प्रदीप मिश्रा कब तक माफी मांगते हैं।
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