गृह मंत्री ने जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले की समीक्षा के लिए की बैठक, अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा पर हुई चर्चा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली में रविवार को जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के जम्मू कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हाई लेवल मीटिंग कर रहे हैं। इस बैठक में गृह सचिव, जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा, एनएसए अजीत डोभाल, सीआरपीएफ के DG अनीश दयाल, RAW, IB, सेना और पुलिस के आला अफसर मौजूद रहें

Jun 16, 2024 - 12:50
गृह मंत्री ने जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले की समीक्षा के लिए की बैठक, अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा पर हुई चर्चा
गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के जम्मू कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर की हाई लेवल मीटिंग

पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल शुरू होते ही जम्मू कश्मीर में एक के बाद लगातार तीन आतंकी हमले हुए। जिसमें कई आम नागरिकों की मौत भी हो गई। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली में रविवार को जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के जम्मू कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हाई लेवल मीटिंग कर रहे हैं। इस बैठक में गृह सचिव, जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा, एनएसए अजीत डोभाल, सीआरपीएफ के DG अनीश दयाल, RAW, IB, सेना और पुलिस के आला अफसर मौजूद रहें। बता दें कि पीएम मोदी जल्द ही जम्मू कश्मीर का दौरा करने वाले है। उनकी सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद रखने के लिए मीटिंग में चर्चा हुई। इसके साथ ही जल्द ही अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है। बताया जा रहा है कि इस पर सुरक्षा एजेंसियों के अफसर के साथ समीक्षा की गई। 

योग दिवस के कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री जाएंगे श्रीनगर

बता दें कि 21 जून को योग दिवस के कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी श्रीनगर जा रहे हैं। उससे पहले हुई इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। हालांकि मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में 29 जून से शुरू हो रहे अमरनाथ यात्रा की तैयारियों का भी जायजा लिया गया है। वहीं इससे पहले 14 जून को भी गृह मंत्री ने सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर अधिकारियों के साथ मीटिंग की थी।

पीएम के शपथ वाले दिन हुआ था हमला

गौरतलब है कि जब पीएम मोदी 9 जून को  कैबिनेट शपथ ले रहे थे, उस दौरान जम्मू-कश्मीर के रियासी में आतंकियों ने वैष्णो माता के दर्शन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं की बस पर गोलीबारी की थी। जिसमें ड्राइवर को गोली लगी और बस असंतुलित हो खाई में गिर गई। इसमें 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी जबकि 41 लोग घायल हो गए।  जिसके जानकारी सामने आई थी कि सभी श्रद्धालु शिव खोड़ी से कटरा जा रहे थे।
हालांकि इसके अलावा आतंकियों ने कठुआ और डोडा में 3 जगहों पर लगातार हमले किए थे। इस हमले में एक SPO और एक CRPF का जवान भी शहीद हो गए थे। जहां सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई।  एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया था। वही आतंकियों से सुरक्षा बलों को बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ था।

LG ने की थी हाई लेवल रिव्यू मीटिंग

बता दें कि गृह मंत्री के मीटिंग से पहले जम्मू-कश्मीर के LG मनोज सिन्हा ने भी शनिवार को हाई लेवल रिव्यू मीटिंग की थी। इसमें उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए, कहा था कि घाटी में आतंकी ईको सिस्टम को जड़ से खत्म करने के लिए सुरक्षा एजेंसियां एक साथ मिलकर काम करें। जो लोग आतंक और आतंकी इको सिस्टम की मदद कर रहे हैं और उसे पनाह दे रहे हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। 
इस मीटिंग में चीफ सेक्रेटरी अटल डुल्लू, प्रिंसिपल सेक्रेटरी होम डिपार्टमेंट चंद्रकर भारती, ADGP लॉ एंड ऑर्डर विजय कुमार, ADGP CID नीतीश कुमार और पुलिस और प्रशासन के अन्य बड़े अधिकारी मौजूद थे। एलजी की बैठक में अमरनाथ यात्रा, योग दिवस और ईद-अल-अजहा से पहले जिला और पुलिस प्रशासन की तैयारियों को लेकर भी चर्चा हुई थी। 

पीएम मोदी ने की अहम बैठक

बता दें पीएम मोदी ने जम्मू कश्मीर में हुए हमले पर सख्त एक्शन लिया है। दो आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर में हुई आतंकी घटनाओं को लेकर 13 जून को मीटिंग की थी। इसमें NSA अजीत डोभाल समेत सुरक्षा एजेंसियों के कई अधिकारी भी शामिल हुए। पीएम ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और सुरक्षाबलों की तैनाती को लेकर गृहमंत्री अमित शाह से भी बातचीत की थी। हालांकि इस विषय में अब सख्ती दिखाते हुए गृह मंत्री ने हाई लेवल मीटिंग की है। 

अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा के खास इंतजाम

बता दें अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू हो रही है। इस बार अमरनाथ यात्रा 52 दिन की होगी। यात्रा से पहले केंद्र ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बढ़ाने के लिए केंद्रीय सुरक्षाबलों की 500 कंपनियों को घाटी में तैनात करने का फैसला लिया है। सूत्रों के अनुसार सीआरपीएफ , बीएसएफ , ITBP एवं CISF समेत केंद्रीय सशस्त्र सुरक्षा बल की 500 कंपनियों को अमरनाथ यात्रा के रूट पर तैनात किया जाएगा। जिससे अमरनाथ यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी की गुंजाइश ना रहे।

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