लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस को दिल्ली में लगा झटका, अरविंदर सिंह लवली बीजेपी में हुए शामिल

पुर्व कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली समेत पांच कांग्रेसी नेताओं ने कांग्रेस का छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है।

May 4, 2024 - 17:50
लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस को दिल्ली में लगा झटका, अरविंदर सिंह लवली बीजेपी में हुए शामिल

दिल्ली में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक बहुत बड़ा झटका लग गया है। जहां पिछले ही दिनों अरविंदर सिंह लवली ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। अब अरविंदर सिंह लवली समेत पांच कांग्रेसी नेताओं ने कांग्रेस का छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है। हालांकि लवली के अलावा राजकुमार चौहान, नीरज बसोया, अमित मलिक और नसीब सिंह भी भाजपा में शामिल हो गए हैं। दरअसल इन सभी ने 4 मई को दिल्ली बीजेपी मुख्यालय में दिल्ली प्रदेश वीरेंद्र सचदेवा के मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए। बता दें कि 28 अप्रैल को ही लवली ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। लेकिन इस्तीफा देते हुए लवली ने बोला था कि वो पार्टी नहीं छोड़ रहे हैं। वहीं अब इनके इस फैसले से कांग्रेस को दिल्ली में चुनाव से पहले कांग्रेस को ये झटका लगा है। 

बीजेपी ने लवली का किया स्वागत

दरअसल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इन सभी का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि जो व्यक्ति मूल रूप से दिल्ली को प्यार करता है वो कांग्रेस में नहीं रह सकता है। मैं उम्मीद करता हूं आगे अब हम सब मिलकर दिल्ली को संवारने का काम करेंगे। हालांकि बीजेपी का दामन थामने के बाद लवली ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बोले कि मैं भाजपा का शुक्रिया करना चाहता हूं पार्टी ने उस वक्त हमारा साथ दिया जब हम खोए-खोए घूम रहे थे। हम दिल्ली में भाजपा की सरकार बनाने के लिए वो सब करेंगे जो हमसे बन पड़ेगा। हम मोदी का हाथ और मजबूत करने का काम करेंगे। 

इस वजह से लवली कांग्रेस से थे नाराज

बता दें अरविंदर सिंह लवली दिल्ली में आम आदमी पार्टी से गठबंधन के खिलाफ थे। इसके अलावा वह उत्तर पश्चिमी दिल्ली से राजकुमार चौहान को टिकट नहीं मिलने से भी नाराज थे। दरअसल लवली ने मल्लिकार्जुन खरगे को चिट्ठी लिखकर इस्तीफा भेजते हुए अपनी नाराजगी की वजह बताई थी।  लवली की चिट्ठी में लिखा था, दिल्ली कांग्रेस इकाई उस पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ थी, जो कांग्रेस पार्टी के खिलाफ झूठे, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के एकमात्र आधार पर बनी थी। इसके बावजूद, पार्टी ने दिल्ली में आप के साथ गठबंधन करने का फैसला किया। हालांकि लवली ने ये भी कहा था कि दिल्ली में कांग्रेस को सिर्फ तीन ही सीटें ही दी गईं। लवली इस बात को लेकर भी नाराज बताए जा रहे थे कि इन तीन सीटों में दो सीटें बाहरी व्यक्तियों को दी गईं।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow