लखनऊ में शर्मसार करने वाली घटना पर सीएम योगी ने लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ दिखाई सख्ती, तत्काल प्रभाव से हटाया
लखनऊ के गोमतीनगर में बारिश के बाद हुई शर्मशार करने वाली घटना पर गहरी नाराजगी जताते हुए सीएम के निर्देश पर शासन ने मामले में लापरवाही बरतने वाले डीसीपी पूर्वी, एडीसीपी पूर्वी और एसीपी गोमतीनगर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है
लखनऊ के गोमतीनगर में हुए घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्शन मूड में आ गए है। यहां तक मामले में कड़ा रुख करते हुए सीएम ने लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। दरअसल गुरुवार को लखनऊ के गोमतीनगर में बारिश के बाद हुई शर्मशार करने वाली घटना पर गहरी नाराजगी जताते हुए सीएम के निर्देश पर शासन ने मामले में लापरवाही बरतने वाले डीसीपी पूर्वी, एडीसीपी पूर्वी और एसीपी गोमतीनगर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है, जबकि गोमतीनगर इंस्पेक्टर, समतामूलक चौकी इंचार्ज समेत चौकी के सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट अराजकतत्वों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करते हुए अब तक चार आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। वहीं, अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है।
अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के दिए निर्देश
बता दें इस मामलें में सीएम योगी ने संज्ञान लेते हुए गुरुवार को लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। दरअसल सीएम ने घटना पर कड़ी नाराजगी जताते हुए लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिये। वहीं सीएम योगी के द्वारा नाराजगी जाहिर करने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। इसके साथ ही सीएम के निर्देश पर शासन ने तत्काल प्रभाव से डीसीपी पूर्वी प्रबल प्रताप सिंह, एडीसीपी अमित कुमावत और एसीपी गोमतीनगर अंशु जैन को पद से हटा दिया। वहीं सीएम के द्वारा लिए गए इस एक्शन के बाद यूपी में चर्चा हो रही है।
आरोपियों की गिरफ्तारी के चार बनाई टीम
हालांकि इसके साथ ही गोमतीनगर इंस्पेक्टर दीपक कुमार पांडेय, समतामूलक चौकी इंचार्ज ऋषि विवेक, दरोगा कपिल कुमार, सिपाही धर्मवीर और सिपाही वीरेंद्र कुमार को सस्पेंड कर दिया। बता दें सीएम ने आरोपियों की जल्द ही गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। इसको लेकर लखनऊ पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र कुमार सेंगर ने बताया कि राजधानी में बुधवार तेज बारिश के बाद ताज होटल के निकट गोमतीनगर थाना क्षेत्र में बने अंडरपास के पास जलभराव हो गया।
वही उन्होंने आगे बताया कि इस दौरान कुछ अराजक तत्वों द्वारा अंडरपास से गुजरने वाले राहगीरों के साथ आपत्तिजनक गतिविधियां करने की सूचना का संज्ञान लेते हुए गोमतीनगर में आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गयी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 191(2),3(5), 272,285 और 74 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने/ लज्जाभंग संबंधी) बीएनएस 2023 के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। वहीं, आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चार अलग-अलग टीम बनाई गई। जबकि ये टीम जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी का प्लान बना रहीं हैं।
इन्हें मिली नई जिम्मेदारी
बता दें इस मामलें में पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के बाद शशांक सिंह को डीसीपी पूर्वी, पंकज सिंह एडीसीपी पूर्वी, विकास जायसवाल को एसीपी गोमती नगर बनाया गया है। जबकि इंस्पेक्टर राजेश कुमार त्रिपाठी को एसएचओ गोमती नगर बनाया गया। हालांकि हटाए गए प्रबल प्रताप सिंह को डीसीपी यूपी 112, अमित कुमावत को एडीसीपी मुख्यालय में तैनाती दी गई है। इसी अंशु जैन को एसीपी महिला अपराध नियुक्त किया गया है।
चार आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
दरअसल इसको लेकर पुलिस कमिश्नर ने बताया कि क्राइम टीम ने छापेमारी के दौरान चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हालांकि उन्होंने आगे जानकारी देते हुए बताया कि मामले में सीसीटीवी की फुटेज के आधार पर बीते बुधवार देर रात दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जिसमें पवन यादव और सुनील कुमार का नाम शामिल हैं। वहीं, उनकी निशानदेही पर दो अन्य आरोपियों मोहम्मद अरबाज़ और विराज साहू को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।
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