4 जून को होने वाले मतगणना को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त ने किया प्रैस कॉन्फ्रेंस : 642 मिलियन मतदाताओं का बनाया विश्व रिकॉर्ड

चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस दौरान निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 में हिस्सा लेने वाले सभी मतदाताओं का अभिनंदन किया। दरअसल मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने यह माना कि सोमवार और शुक्रवार को मतदान नहीं कराया जाना चाहिए

Jun 3, 2024 - 15:14
4 जून को होने वाले मतगणना को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त ने किया प्रैस कॉन्फ्रेंस : 642 मिलियन मतदाताओं का बनाया विश्व रिकॉर्ड

लोकसभा चुनाव के सात चरणों के मतदान के बाद चार जून मतगणना होगी। हालांकि इससे पहले चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस दौरान निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 में हिस्सा लेने वाले सभी मतदाताओं का अभिनंदन किया। दरअसल मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने यह माना कि सोमवार और शुक्रवार को मतदान नहीं कराया जाना चाहिए, क्योंकि इन दिनों के बीच काफी लंबा अंतर हो जाता है।

 642 मिलियन मतदाताओं का बनाया विश्व रिकॉर्ड 

बता दें इस दौरान चुनाव आयोग के आयुक्त राजीव कुमार ने यह कहा कि हमने 642 मिलियन मतदाताओं का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। यह सभी जी7 देशों के मतदाताओं का 1.5 गुना और यूरोपीय संघ के 27 देशों के मतदाताओं का 2.5 गुना है। उन्होंने बोला कि कि चुनाव कर्मियों के सावधानीपूर्वक और सतर्कतापूर्वक किए गए काम की वजह से हमने कम पुनर्मतदान सुनिश्चित किए। हमने 2019 में 540 के मुकाबले 2024 के लोकसभा चुनाव में 39 पुनर्मतदान देखे। इसमें भी 39 में से 25 पुनर्मतदान तो सिर्फ दो राज्यों में हुए। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि यह उन आम चुनावों में से एक है, जिसमें हमने हिंसा नहीं देखी। यह हमारी दो साल की तैयारी का परिणाम है।
निर्वाचन आयुक्तों को सोशल मीडिया पर कुछ मीम में लापता जेंटलमैन नाम दिए जाने के संदर्भ में मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि हम हमेशा यहीं थे, कभी नदारद नहीं रहे। हालांकि इस दौरान उन्होंने बोला कि अब मीम बनाने वाले कह सकते हैं कि लापता जेंटलमैन वापस आ गए हैं।

संपूर्ण मतगणना प्रक्रिया पूरी तरह से मजबूत

गौरतलब है कि जब चुनाव आयोग से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि शुक्रवार और सोमवार की बात बिल्कुल सही है। यह भी हमारे लिए सीखने वाली बात है। चुनाव गर्मी से पहले होने चाहिए थे। मतदान सोमवार और शुक्रवार को नहीं कराए जाने चाहिए। हमने विधानसभा चुनावों में ऐसा ही किया था, लेकिन यह इतनी बड़ी प्रक्रिया है कि हम इस बार इसे नहीं कर पाए। चुनाव आयुक्त ने इसके लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में त्योहारों, परीक्षाएं और सुरक्षा बलों के मूवमेंट को जिम्मेदार ठहराया। 
वहीं मुख्य चुनाव आयुक्त ने 4 जून को लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित करने के लिए अपनाई जाने वाली मतगणना प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि संपूर्ण मतगणना प्रक्रिया पूरी तरह से मजबूत है। यह घड़ी की सटीकता के समान काम करती है। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू होगी। वहीं उसके आधे घंटे बाद ही हम EVM की गिनती शुरू कर देंगे। इसमें कोई संदेह नहीं है।

 मतगणना प्रक्रिया संहिताबद्ध है

उन्होंने कहा कि अब मैं कल होने वाली मतगणना प्रक्रिया पर विस्तार से आता हूं। मैं पूरी जिम्मेदारी और दृढ़ता के साथ कुछ बातें कहना चाहता हूं। मतगणना और अन्य चुनाव प्रक्रिया के लिए एक बहुत मजबूत प्रणाली है। हर भाग तय है। मतगणना प्रक्रिया संहिताबद्ध है। सिस्टम में कोई समस्या नहीं हो सकती। मानवीय त्रुटि किसी से भी हो सकती है। हम उससे निपटेंगे। पूरी मतगणना प्रक्रिया मजबूत है।
बता दें यह शायद पहली बार है, जब आयोग ने चुनाव खत्म होने पर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। 19 अप्रैल को शुरू हुए सात चरणों का चुनाव एक जून को खत्म हुआ। 2019 के संसदीय चुनावों तक उप चुनाव आयुक्त प्रत्येक चरण के मतदान के बाद मीडिया ब्रीफिंग करते थे, लेकिन उसके बाद यह प्रथा खत्म कर दी गई थी। 

जयराम रमेश ने लगाया यह आरोप

दरअसल इससे पहले बीते रविवार को चुनाव आयोग ने कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश से उनके आरोपों पर तथ्यात्मक जानकारी और विवरण मांगा था। रमेश ने अपने एक एक्स पोस्ट में आरोप लगाया था कि मतगणना से कुछ दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा 150 जिला अधिकारियों को फोन कॉल किए गए थे। वहीं आयोग ने आगे की जरूरी कार्रवाई के लिए रमेश से 2 जून की शाम तक जवाब मांगा था।

एजेंसियों के एग्जिट पोल भी आए 

लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल को शुरू हुई सात चरणों की मतदान प्रक्रिया शनिवार को समाप्त हो गई। हालांकि मतदान खत्म होने के साथ ही तमाम एजेंसियों के एग्जिट पोल भी सामने आए हैं। वहीं लगभग सभी सर्वेक्षण में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिलने का अनुमान लगाया गया है। इतना ही नहीं इनमें सत्तारूढ़ गठबंधन राजग के तमिलनाडु और केरल में अपना खाता खोलने का अनुमान है। इसके साथ ही कर्नाटक में एकतरफा जीत हासिल करने का अनुमान लगाया गया है। 
बता दें दो सर्वेक्षणों ने भाजपा को 2019 के लोकसभा चुनाव में जीती 303 सीटों से अपनी संख्य़ा में सुधार की भविष्यवाणी की है। वहीं अगर एग्जिट पोल अगर नतीजों में तब्दील होते हैं, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के बाद लोकसभा चुनाव में लगातारक तीन बार जीत हासिल करने वाले एकमात्र प्रधानमंत्री बन सकते हैं। वहीं अब देश को 4 जून को आने वाले नतीजों का इंतजार है।

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