जोस बटलर की धमाकेदार बैटिंग के कारण राजस्थान ने कोलकाता के मुंह से छीना जीत : सुनील नरेन का तूफानी शतक कोलकाता को नहीं आया काम
कोलकाता और राजस्थान के मैच में भी देखने को मिला। गौरतलब है कि 16 अप्रैल को कोलकाता के ईडन गार्डन में कोलकाता और राजस्थान के बीच मैच खेला गया। जिस मैच में कोलकाता जीत कर भी हार गई। केकेआर ने टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 223 रन बना दिए थे। जिसके बाद राजस्थान रॉयल्स ने जोश बटलर के नाबाद शतक से 224 रन का टारगेट बहुत ही आसानी से चेज भी कर लिया।
इस बार का आईपीएल काफी दिलचस्प हो रहा है। जैसे जैसे मैच आगे बढ़ रहा है। उसके साथ ही दर्शकों के काफी मनोरंजन हो रहा है। एक वक़्त था जब कोई टीम अगर 200 से अधिक रन बना लेती थी तो लगभग तय माना जाता था कि उस टीम की जीत पक्की है। अब तो ये आलम हो गया है कि 200 रन बनाने के बाद भी टीमें खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं। असल में 200 से ज्यादा रन आसानी से बन भी रहे हैं और चेज भी हो रहे हैं।
बता दें ऐसा ही हमें कोलकाता और राजस्थान के मैच में भी देखने को मिला। गौरतलब है कि 16 अप्रैल को कोलकाता के ईडन गार्डन में कोलकाता और राजस्थान के बीच मैच खेला गया। जिस मैच में कोलकाता जीत कर भी हार गई।
बता दें कि केकेआर ने टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 223 रन बना दिए थे। जिसके बाद राजस्थान रॉयल्स ने जोश बटलर के नाबाद शतक से 224 रन का टारगेट बहुत ही आसानी से चेज भी कर लिया। जैसे ही कोलकाता 223 रन बनाई उसके बाद KKR के फेंस को लग रहा था कि kkr की जीत पक्की है। हालांकि ऐसा नहीं हुआ कोलकाता यह जीता हुआ मैच हार गई।
4 कारणों से कोलकाता के मुंह से राजस्थान ने जीत छीन ली
आइये आपको बताते हैं उन 4 कारणों के बारे में कि कैसे कोलकाता के मुंह से राजस्थान ने जीत छीन ली। बता दें कि कोलकाता नाइटराइडर्स के कप्तान श्रेयस अय्यर से एक सबसे बड़ी गलती यह हुई कि उन्होंने अंत में वरुण चक्रवर्ती से पहले मिचेल स्टार्क को ओवर दे दिया था। वहीं केकेआर के स्पिनर्स ने अच्छी गेंदबाजी की। ऐसा माना जा रहा है कि अगर चक्रवर्ती पहले गेंदबाजी करने आते तो शायद वह स्टार्क के लिए आखिरी ओवर में कुछ रन बचा सकते थे। वैसे भी पारी के आखिरी ओवर में स्पिनर पर बल्लेबाज टूट पड़ते हैं। यहां अय्यर थोड़ा चूक गए।
केकेआर के हार का एक कारण खराब रहीं फील्डिंग
बतातें चलें कि कोलकाता नाइटराइडर्स की फील्डिंग भी इस मुकाबले में काफी ज्यादा सधारण रही। वहीं केकेआर के हार का एक कारण उनकी खराब फील्डिंग भी रहीं हैं। असल में 15 वें ओवर से लेकर 19वें ओवर तक कोलकाता नाइटराइडर्स ने हर एक ओवर में 16 या उससे ज्यादा रन लुटाए।
15वां ओवर- 17 रन
16वां ओवर- 17 रन
17वां ओवर- 16 रन
18वां ओवर- 18 रन
19वां ओवर- 19 रन
कोलकाता नाइटराइडर्स के सभी बोलर की राजस्थान रॉयल्स ने जमकर धुनाई की। केकेआर की हार में उनके तेज गेंदबाजों के लचर प्रदर्शन का बहुत बड़ा हाथ रहा। बता दें मिचेल स्टार्क ने 4 ओवर में 50 रन देकर कोई भी विकेट नहीं लिया। वहीं वैभव अरोड़ा ने अपने 3 ओवर के स्पेल में 15 की इकॉनमी से 45 रन दिए और सिर्फ 1 विकेट लिया। वहीं हर्षित राणा ने 2 विकेट तो लिए। लेकिन 4 ओवर में 45 रन भी दिए। हालांकि आंद्रे रसेल ने मैच में सिर्फ 1 ओवर डाला जिसमें उनको 17 रन पड़े।
4 साल बाद राजस्थान कर पाई बराबरी का रनचेज
वहीं राजस्थान की बात की जाए तो इस टीम ने चार साल के बाद इतना अपने ही रिकॉर्ड की रनचेज की बराबरी कर पाई है। इससे पहले राजस्थान रॉयल्स और पंजाब किंग्स के बीच 27 सितंबर 2020 के बीच शारजाह में आईपीएल का मैच खेला गया था। इस मुकाबले में पहले खेलते हुए पंजाब किंग्स ने 223/2 का स्कोर खड़ा किया था। जवाब में खेलने उतरी राजस्थान रॉयल्स ने रनचेज के लिए मिले 224 रनों के जवाब में 226 रन बना डाले। करीब 4 साल बाद 16 अप्रैल को एक बार फिर राजस्थान ने अपने ही रिकॉर्ड की बराबरी की, जब कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ ईडन गार्डन्स में 224 रनों का टारगेट चेज किया और 2 विकेट से जीत दर्ज की।
वहीं इस मैच में कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए सुनील नरेन ने 56 गेंदों पर 109 रनों की तूफानी पारी खेली। सुनील की पारी में 13 चौके और 6 छक्के शामिल रहे। सुनील नरेन का शतक बनाना काम नहीं आया।
हालांकि बाद में कोलकाता ने पहले खेलते हुए 223/6 रन बनाए, जिसे राजस्थान ने 224/8 बनाकर हासिल किया। राजस्थान के लिए 'प्लेयर ऑफ द मैच' जोस बटलर रहे। उन्होंने 60 गेंदों पर 107 रन जड़ दिए। वहीं जोस ने अंतिम गेंद पर राजस्थान रॉयल्स को जीत दिलाई। जोस की तूफानी बल्लेबाजी की बदोलत ही राजस्थान को जीत मिल पाई।
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