एल्विश का हिला 'सिस्टम': अब करीबियों की बढ़ेगी मुश्किलें! इस गायक का नाम सबसे ऊपर; पुलिस के रडार पर कई लोग

एल्विश का हिला 'सिस्टम': अब करीबियों की बढ़ेगी मुश्किलें! इस गायक का नाम सबसे ऊपर; पुलिस के रडार पर कई लोग

Mar 20, 2024 - 12:51
एल्विश का हिला 'सिस्टम': अब करीबियों की बढ़ेगी मुश्किलें! इस गायक का नाम सबसे ऊपर; पुलिस के रडार पर कई लोग

एल्विश को नोएडा पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में लुक्सर जेल भेज दिया गया था। एल्विश के बाद अब उसके करीबियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। नोएडा पुलिस के रडार पर कई अन्य लोग हैं। जिनसे पुलिस जल्द पूछताछ कर सकती है।

रेव पार्टी में सांपों के जहर सप्लाई करने के मामले में जेल में बंद यूट्यूबर एल्विश यादव को मंगलवार को हाई सिक्योरिटी बैरक में शिफ्ट कर दिया गया। रविवार को एल्विश को लुक्सर जेल के क्वारंटीन बैरक में रखा गया था। वहीं, अब एल्विश की तरफ से कोर्ट में जल्द ही जमानत याचिका दाखिल की जाएगी। इसके साथ ही एल्विश की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर उसके विरोधी और समर्थक आमने-सामने आ गए हैं। विरोधी नोएडा पुलिस की गिरफ्तारी की प्रशंसा कर रहे हैं, वहीं समर्थक गिरफ्तारी को सुनियोजित साजिश करार दे रहे हैं। वहीं, ईश्वर समेत दो लोगों से नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मंगलवार देर रात पुलिस ने उनसे पूछताछ शुरू की। ईश्वर को एल्विस का साथी बताया जा रहा है। 

सांपों के जहर सप्लाई करने के मामले में घिरे एल्विश को नोएडा पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में लुक्सर जेल भेज दिया गया था। रविवार को उसे पहले दिन क्वारंटीन बैरक में रखा गया था। इसके बाद सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उसे जेल में बनी अति सुरक्षित बैरक में शिफ्ट कर दिया गया। इस बैरक में पहले से तीन अन्य लोग बंद है, जो दूसरे जिलों से ट्रांसफर होकर आए हैं। वहीं, सोमवार दोपहर को पिता राम अवतार यादव बेटे से मिलने जेल पहुंचे। दोनों में काफी देर तक बात हुई। इस दौरान दोनों भावुक भी हो गए।


एल्विश के करीबियों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें

एल्विश के बाद अब उसके करीबियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इसमें हरियाणवी गायक फाजिलपुरिया का नाम सबसे ऊपर है। इसके अलावा अन्य दो-तीन लोग भी पुलिस के रडार पर हैं। एल्विश की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब एल्विश की पूरी टीम की जानकारी ले रही है। इसकी जांच चल रही है कि सांप और उनके जहर के साथ सपेरे बुलाने वाले एल्विश के अलावा कौन लोग थे। यह पता लगाने के लिए सपेरे और एल्विश की कॉल डिटेल रिकॉर्ड देखे जा रहे हैं। इसके साथ ही एक टीम सोशल मीडिया को भी खंगाल रही है।
मोहाली केस भी बढ़ा सकती है दिक्कत
मोहाली में जनवरी में भी सांपों के जहर को लेकर भी एक केस दर्ज हुआ था। पुलिस अब इस केस भी लिंक जोड़कर जांच आगे बढ़ा रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एल्विश की चार्जशीट बनाने का काम भी शुरू हो गया है। जल्द ही चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की जाएगी। इसके अलावा जिनका भी नाम इसमें आता है। उसके लिए सप्लीमेंट्री चार्जशीट लगाई जाएगी।

बात कराने के लिए फोन कर रहे फॉलोवर्स

यूट्यूबर एल्विश यादव के फैन फॉलोवर्स पूरे देश में हैं और खासकर किशोर और युवा उसे फॉलो करते हैं। नोएडा पुलिस ने जब एल्विश को गिरफ्तार किया है, तब से अलग-अलग जगहों से युवा और किशोर नोएडा पुलिस के अधिकारियों काे फोन कर एल्विश से बात कराने की गुहार लगा रहे हैं। वहीं, कुछ फोन करने वाले पूछ रहे हैं कि क्या सच में एल्विश ऐसा करता था।

यह है पूरा मामला

बिग बॉस विजेता एल्विश यादव समेत छह लोगों के खिलाफ तीन नवंबर 2023 को नोएडा के कोतवाली सेक्टर-49 में पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था ने सांपों के जहर सप्लाई करने के मामले में मुकदमा दर्ज कराया था। मामले में पहले चार सपेरों समेत पांच आरोपियों को पुलिस ने चार नवंबर को गिरफ्तार किया था। आरोपी एल्विश से पहले भी एक बार पूछताछ की गई थी। सपेरों के पास से बरामद 20 एमएम विष की प्रयोगशाला में जांच की गई तब इसकी रिपोर्ट पाॅजिटिव आई थी। अब इस मामले में एल्विश यादव गिरफ्तार कर लिया गया है। एल्विश के यूट्यूबर पर 14.2 मिलियन के करीब सब्सक्राइबर हैं।

वकीलों की हड़ताल, दूसरे दिन भी जमानत अर्जी पर नहीं हुई सुनवाई

वकीलों की हड़ताल की वजह से दूसरे दिन मंगलवार को भी एल्विश की जमानत अर्जी पर सुनवाई नहीं हो सकी है। अब बुुधवार को सुनवाई होगी। अधिवक्ता जगतपाल भाटी के बेटे के साथ हुई मारपीट में रिपोर्ट दर्ज कराने और हमीरपुर में हुई हड़ताल के समर्थन में वकील हड़ताल पर हैं। 
एल्विश पक्ष के अधिवक्ता दीपक भाटी व प्रशांत राठी ने बताया कि जिन पांच सह अभियुक्तों को पुलिस ने पूर्व में गिरफ्तार किया था, उन सभी को जमानत मिल चुकी है। इस आधार पर एल्विश का पक्ष कोर्ट में रखेंगे। एल्विश को साजिश के तहत फंसाया गया है, उससे कोई बरामदगी नहीं हुई है। वन्य जीव एक्ट में सरकारी कर्मचारी की तरफ से ही ऐसा मुकदमा दर्ज किया जा सकता है जो कि इस प्रकरण में किया गया है। मुकदमा गलत तरीके से दर्ज हुआ है। मामले में आज सुनवाई होने की पूरी उम्मीद है। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष उमेश भाटी और सचिव धीरेंद्र भाटी ने बताया कि हमीरपुर और गौतमबुद्ध नगर के अधिवक्ता के बेटे के साथ हुई अभद्रता प्रकरण में कार्रवाई नहीं होने की वजह से अधिवक्ता कार्य से विरत रहे।

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