एक्सचेंज विद्युत विभाग खुर्जा अमित कुमार के द्वारा किसान मजदूर सैनिकों के उत्पीड़न के खिलाफ धरना प्रदर्शन -चौधरी कुलदीप गुड्डू
एक्सचेंज विद्युत विभाग खुर्जा अमित कुमार के द्वारा किसान मजदूर सैनिकों के उत्पीड़न के खिलाफ धरना प्रदर्शन -चौधरी कुलदीप गुड्डू
भारतीय किसान यूनियन चढूनी संगठन का दिनांक 11 मार्च 2024 को उप जिलाधिकारी कार्यालय खुर्जा पर विद्युत विभाग के एक्सचेंज श्री अमित कुमार के वादा खिलाफी के खिलाफ में धरना प्रदर्शन शुरू इस मौके पर प्रदेश प्रभारी श्री सूबे सिंह डागर एनसीआर अध्यक्ष चौधरी कुलदीप गुड्डू सुरेश प्रधान जिला अध्यक्ष व्यापार प्रकोष्ठ सुनील चौधरी युवा मंडल अध्यक्ष सोनू चौधरी युवा जिला अध्यक्ष चौधरी विष्णु जिला महामंत्री डॉक्टर नईम जिला महासचिव बुलंदशहर राशिद ठाकुर जिला महामंत्री जितेंद्र चाहर तहसील अध्यक्ष शिकारपुर कुशल चौधरी तहसील अध्यक्ष बुलंदशहर अशोक खत्री संजू मास्टर जी पवन फौजी व अन्य सैकड़ो कार्यकर्ता पदाधिकारी उपस्थित रहे संगठन के द्वारा पूर्व में उप जिलाधिकारी महोदय खुर्जा तहसीलदार महोदय खुर्जा व एसडीओ विद्युत विभाग एक्सचेंज अमित कुमार विद्युत विभाग के समक्ष जो किसानों की समस्याओं को लेकर धरना लगातार 10 दिन दिया गया था जिसमें उप जिलाधिकारी महोदय खुर्जा क्षेत्राधिकार महोदय खुर्जा व विद्युत विभाग के अधिकारियों के बीच बैठकर जो संगठन की बातचीत हुई थी वह कोई भी कार्य एक्सचेंज विद्युत विभाग खुर्जा अमित कुमार के द्वारा पूरा नहीं किया गया उनकी वादा खिलाफी के खिलाफ में आज 11 मार्च 2024 से आंदोलन उप जिलाधिकारी महोदय खुर्जा के कार्यालय पर शुरू कर दिया गया है जिसमें दिनांक 12 मार्च 2024 को आ रहे प्रदेश के मुखिया परम आदरणीय संत श्री योगी आदित्यनाथ जी से मिलकर एक्सचेंज विद्युत विभाग अमित कुमार की लिखित शिकायत करेंगे इनके द्वारा किसानों व पूर्व फौजियों का खुलेआम शोषण किया जा रहा है यह सरकार को बदनाम करने का कार्य कर रहे हैं किसान मजदूर पूर्व सैनिकों का इनके द्वारा शोषण किया जा रहा है जो कि भारतीय किसान यूनियन चढूनी संगठन बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा प्रदेश के मुखिया किसानों को लेकर मजदूरों को लेकर अच्छे कार्य कर रहे हैं परंतु कुछ अधिकारी सरकार की छवि को धूमल कर रहे हैं संगठन किसी भी आंदोलन के लिए तैयार है किसानों को शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा जय जवान जय किसान जय हिंद जय भारत।
धरना के दौरान, संगठन के नेता ने विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ वार्ता का प्रयास किया, लेकिन किसी भी सकारात्मक परिणाम का सामना नहीं किया। उनके मुताबिक, विद्युत विभाग के अधिकारी ने उनके द्वारा की गई मांगों का कोई ध्यान नहीं दिया, जिससे आंदोलन का आयोजन किया गया था। धरना के प्रमुख मांगों में किसानों, मजदूरों, और सैनिकों के अधिकारों का सम्मान, उनके समस्याओं का समाधान।
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