फर्जी किसान संगठन के खिलाफ किसान यूनियन का धरना प्रदर्शन : विभिन्न मांगों को लेकर डीएम को सौंपा ज्ञापन
भारतीय किसान यूनियन अम्बावत ने फर्जी किसान संगठनों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरअसल सूरजपुर स्थित कलेक्ट्रेट में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किसान संगठन के कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। जबकि धरने पर बैठे किसानों ने फर्जी किसान संगठनों के खिलाफ धरना देकर बैठे हैं।
भारतीय किसान यूनियन अम्बावत ने फर्जी किसान संगठनों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरअसल सूरजपुर स्थित कलेक्ट्रेट में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किसान संगठन के कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। जबकि धरने पर बैठे किसानों ने फर्जी किसान संगठनों के खिलाफ धरना देकर बैठे हैं। हालांकि किसानों का आरोप है कि किसान संगठन की आड़ में अवैध काम किए जा रहे हैं। वही किसान संगठनों ने कई मांगों को लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपा।
फर्जी किसान यूनियन पर अंकुश लगाने की मांग
गौरतलब है कि किसान नेता चौ. अनिल नागर के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम का डीएम मनीष कुमार को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा है। जिसमें किसानों के द्वारा मांग की गई है कि कुछ लोग फर्जी किसान यूनियन बनाकर भोले भाले किसानों को लूटने का काम कर रहे हैं। वही उनका कहना है कि फर्जी किसान यूनियन के रजिस्ट्रेशन की जांच कराई जाए। उन्होंने आगे कहा कि किसान यूनियनों के रजिस्ट्रेशन सरकारी अभिलेखों में दर्ज नहीं है, इसके लिए संगठन ने बोला कि उन लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जाएं और उन पर अंकुश लगाए जाए। ताकि भोले भाले किसान अवैध वसूली से बच पाए।
वृद्धावस्था पेंशन 5000 हर महीने की जाए
बता इस किसानों ने एमएसपी कानून और किसानों का कर्ज माफ करने की मांग, इसके अलावा देश के अंदर एमएसपी गारंटी कानून योजना को एक समान लागू किया जाए। वही किसानों का कहना है कि देश के किसानों का संपूर्ण कर्जा माफ किया जाए। इसके साथ ही चिकित्सा और शिक्षा को निशुल्क की जाए। वहीं वृद्धावस्था पेंशन 5000 रुपये हर महीने की जाए। किसानों ने राष्ट्रपति से जनहित में इन समस्याओं का संज्ञान लेकर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को देने की मांग की है।
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