कंगना रनौत के बयान पर ग्रेटर नोएडा में किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा का विरोध प्रदर्शन, किसानों ने राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 4 में आज किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी सांसद और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. विकास प्रधान और उपाध्यक्ष आलोक नागर ने किया। इस दौरान किसान कार्यकर्ताओं ने एसीपी फर्स्ट ग्रेटर नोएडा, पवन कुमार को राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन एक सौंपा।
ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 4 में आज किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी सांसद और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. विकास प्रधान और उपाध्यक्ष आलोक नागर ने किया। इस दौरान किसान कार्यकर्ताओं ने एसीपी फर्स्ट ग्रेटर नोएडा, पवन कुमार को राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन एक सौंपा। इसमें उनके द्वारा कंगना रनौत को सांसद पद से बर्खास्त करने और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है। वही कंगना के किसान को लेकर दिए बयान के बाद से ही किसान आक्रोशित है। देश के अलग अलग हिस्सों में किसान कंगना रनौत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
किसानों में गहरी नाराजगी
बता दें किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बृजेश भाटी और किसान नेता लोकेश भाटी ने इस विरोध प्रदर्शन को लेकर बताया कि कंगना रनौत के हालिया बयान से किसानों में गहरी नाराजगी है। हालांकि उन्होंने आगे कहा कि कंगना ने अपने बयान में किसान आंदोलन में शामिल किसानों का अपमान किया है, जो कि बर्दाश्त के काबिल नहीं है। इसलिए उन्हें तुरंत सांसद पद से इस्तीफा देना चाहिए। इसके लिए किसानों ने राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन भी दिया है।
किसानों ने कंगना के खिलाफ जमकर की नारेबाजी
दरअसल धरना स्थल पर बड़ी संख्या में किसानों ने बीजेपी सांसद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वही राष्ट्रीय महासचिव कृष्ण नागर ने कहा कि कंगना रनौत के आपत्तिजनक बयान ने किसानों के दिलों में आक्रोश भर दिया है, और इसी कारण आज राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। हालांकि प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि कंगना को सांसद पद से मुक्त कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। गौरतलब है कि किसानों के इस प्रदर्शन में प्रताप नागर, गोफी कुंडली, विनोद मलिक, आशु अट्टा, संजय कसाना, नरेंद्र भाटी, और संतोष नागर समेत बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।
कंगना ने दिया था यह बयान
बता दें बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे और वहां बलात्कार और हत्याएं हो रही थीं। वहीं कंगना रनौत ने आगे कहा था कि विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस ले लिया गया था नहीं तो इन उपद्रवियों की बहुत लंबी योजना थी और वे देश में कुछ भी कर सकते थे। हालांकि इस दौरान कंगना ने आगे कहा कि अगर बीजेपी की शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं रहता, तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता। कंगना रनौत के इस बयान पर जमकर हंगामा हुआ और किसान नेताओं ने गुस्सा ज़ाहिर किया, वही बीजेपी ने उन्हें आगे इस तरह के बयान ना देने की हिदायत दी है और कहा है कि पार्टी का इस बयान से कोई लेना-देना नहीं है और यह बीजेपी का बयान नहीं है।
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