बसपा कार्यकारिणी की 27 अगस्त को बुलाई गई बैठक, कई मायनों में बैठक अहम, उपचुनाव की रणनीति पर होगी चर्चा
लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में सभी राजनीतिक पार्टी होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर तैयारियों में जुट गए हैं। इसको लेकर सभी पार्टियों ने कमर कसने की तैयारी कर रहे हैं। इसी बीच बसपा प्रमुख की ओर से राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई है। 27 अगस्त को बैठक बुलाई गई है
लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में सभी राजनीतिक पार्टी होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर तैयारियों में जुट गए हैं। इसको लेकर सभी पार्टियों ने कमर कसने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं बीजेपी , सपा, कांग्रेस के साथ ही अब बसपा ने भी उपचुनाव लड़ने का एलान करने के साथ ही तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी बीच बसपा प्रमुख की ओर से राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई है। 27 अगस्त को बैठक बुलाई गई है।
बसपा के लिए यह बैठक काफी अहम
दरअसल संगठनात्मक रणनीति के लिहाज से बसपा के लिए यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है। इस बैठक में यूपी की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर रणनीति बनेगी। हालांकि इसके साथ ही बहुजन समाज पार्टी में चर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर भी है, लेकिन फिलहाल इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
2003 में मायावती बनी थी पहली बार राष्ट्रीय अध्यक्ष
गौरतलब है कि, बसपा के संस्थापक कांशीराम का स्वास्थ्य खराब होने के बाद मायावती पहली बार 18 सितंबर 2003 को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनी थीं। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती तब से लेकर अभी तक पार्टी की अध्यक्ष हैं। हालांकि इससे पहले 2019 में मायावती को बहुजन समाज पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था। अब माना जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जा सकता है, लेकिन इसी बीच चर्चाओं का दौर भी जारी है। इसके साथ तमाम कयासबाजियां चल रही हैं। हालांकि देखने वाली बात होगी क्या आकाश आनंद को कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है।
तैयार की जा सकती है उपचुनाव की रणनीति
बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान एक्शन लेते हुए बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को सभी पदों से हटा दिया था, हालांकि मायावती के इस एक्शन को आकाश का सख्त तेवर बताया गया था। लेकिन चुनाव बाद फिर से आकाश आनंद को उत्तराधिकारी की जिम्मेदारी सौंप दी गई थी। वहीं अब आकाश आनंद को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि बसपा की कार्यकारिणी बैठक में पार्टी अपना राष्ट्रीय एजेंडा भी पेश कर सकती है। इसके साथ ही इस बैठक में प्रदेश की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भी नई रणनीति तैयार की जा सकती है।
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