अरविंद केजरीवाल अगले दो दिन में पद से देंगे इस्तीफा : जानिए अब किन नेताओं के सीएम बनने की लगाई जा रही है अटकलें
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दो दिन बाद अपने पद से इस्तीफा देने वाले हैं। दरअसल आम आदमी पार्टी के दफ्तर से आज सीएम केजरीवाल ने बड़ा ऐलान किया है। इसके साथ ही उन्होंने अपने इस ऐलान से विपक्ष और अपने विरोधियों को भी चौंका दिया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दो दिन बाद अपने पद से इस्तीफा देने वाले हैं। दरअसल आम आदमी पार्टी के दफ्तर से आज सीएम केजरीवाल ने बड़ा ऐलान किया है। इसके साथ ही उन्होंने अपने इस ऐलान से विपक्ष और अपने विरोधियों को भी चौंका दिया। दरअसल केजरीवाल ने इस दौरान यह ऐलान करते हुए मंच से कहा कि मैं तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना देती। आज से कुछ महीने बाद दिल्ली के चुनाव है, अगर आपको लगता है कि केजरीवाल ईमानदार है, तो आने वाले चुनाव में मेरे पक्ष में वोट दे देना।
संभावितों की लिस्ट में इन नेताओं का नाम सबसे ऊपर
जबकि अरविंद केजरीवाल ने यह भी साफ कर दिया है कि उनकी जगह डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया को भी दिल्ली का मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा। इसके बाद कयासों का बाजार गर्म हो गया है कि आखिर पार्टी से वो कौन नेता होगा जो इस सीएम का पद को संभालेगा। इसमें संभावितों की लिस्ट में जिस नेता का नाम सबसे ऊपर है, उसमें मंत्री आतिशी, सौरभ भारद्वाज और पत्नी सुनीता केजरीवाल का नाम आ रहा है। हालांकि अभी कुछ भी कहना इसलिए भी जल्दबाजी होगा क्योंकि दो दिन बाद विधायक दल की बैठक है और सीएम फेस पर मुहर उसी दिन लगेगी।
मनीष सिसोदिया सीएम की रेस से बाहर
बता दे सीएम केजरीवाल के इस बड़े सियासी दांव के बाद यह भी क्लियर हो गया है कि पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी इस लिस्ट से बाहर हो गए हैं। केजरीवाल ने मंच से पहले ही साफ कर दिया है कि उनकी जगह मनीष सिसोदिया को इस पद पर नहीं बैठाया जाएगा। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं मनीष जी से बात कर रहा था, जो पीड़ा मेरे मन में है, वहीं पीड़ा मनीष जी के मन में भी है। ये दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मंत्री का पद तभी संभालेंगे, जब दिल्ली की जनता कहेगी कि वो ईमानदार हैं। हमारा फैसला अब आपके हाथ में है, हम दोनों जनता की अदालत में जा रहे हैं। इस पैमाने से देखें तो मनीष सिसोदिया हाल ही में शराब नीति घोटाला केस में जमानत पर बाहर आए हैं। उनके खिलाफ ईडी और सीबीआई दोनों ने ही केस दर्ज कर रखे थे। करीब 17 महीने जेल में रहने के बाद सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बेल दे दी। वही अगर राजनीति के जानकारों की मानें तो केजरीवाल ने ऐसा करके बड़ा राजनीति दांव खेला है।
संजय सिंह सीएम की रेस से बाहर
हालांकि आप सांसद संजय सिंह पर भी दिल्ली शराब घोटाला में शामिल होने के आरोप लगे थे। उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में ईडी ने गिरफ्तार किया था। जबकि संजय सिंह को भी कोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया था लेकिन कोर्ट ने उन्हें ज़मानत देते हुए कुछ शर्तें लगाई थीं। इसको सीधे शब्दों में समझें तो केजरीवाल, सिसोदिया और संजय सिंह शराब घोटाला केस में जेल जा चुके हैं। केजरीवाल अपने अलावा इन दोनों का फैसला जनता के ऊपर छोड़ेंगे, चाहेंगे कि आज से 6 महीने बाद जब चुनाव हों और अगर तीनों को दिल्ली की जनता का बंपर आशीर्वाद मिलता है या कहें जीतकर आते हैं तब ऐसी स्थिति में दोबारा वही पद संभाल सकें। हालांकि संजय सिंह तो राज्यसभा सांसद हैं, उन्हें सिर्फ पार्टी के प्रचार में उतरना होगा। इससे साफ़ हो जाता है संजय सिंह भी सीएम की रेस से बाहर हैं।
सुनीता केजरीवाल के सीएम बनने पर लगाई जा रही है अटकलें
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, के अलावा भी पार्टी में कई चेहरे हैं जिन्हें विधायक दल की बैठक में चुना जाता है। इनमें एक नाम जो सबसे ऊपर चल रहा है, वो और कोई ब्लकि अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल का है। हालांकि कोई उनके पास विधायक का पद नहीं है और न ही कोई मंत्रालय। अगर वो सीएम बन जाती हैं, तब वह दिल्ली की तीसरी महिला सीएम होंगी। जबकि उनसे पहले शीला दीक्षित और सुषमा स्वराज भी दिल्ली की महिला मुख्यमंत्री के रूप में कमान संभाल चुकी हैं। वही सुनीता केजरीवाल के अलावा एक और महिला का नाम सबसे ऊपर आ रहा है और वो आतिशी का हैं। इसमें कोई शक नहीं है कि सीएम केजरीवाल के बाद वह दूसरी सबसे पावरफुल आप नेता के रूप में उभरी हैं। उनके पास इस वक्त शिक्षा विभाग, PWD,जल विभाग, राजस्व, योजना और वित्त विभाग हैं।
आतिशी के अलावा सौरभ भारद्वाज के नाम की चर्चा
बता दें इस लिस्ट में सुनीता केजरीवाल और आतिशी के अलावा जो तीसरा नाम सौरभ भारद्वाज का सामने आ रहा है। इस वक़्त सौरभ भारद्वाज के पास भी कई मंत्रालयों का जिम्मा है। सौरभ भारद्वाज के पास स्वास्थ्य, कला, पर्यटन, संस्कृति मंत्रालय हैं। वही सौरभ के अलावा ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर कैलाश गहलोत, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय भी रेस में हैं। हालांकि यह विधायक दल की मीटिंग में साफ हो पाएगा। आखिर दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री के रूप में किसे जिम्मेदारी मिलती है।
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