लोकसभा चुनाव में अगर बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला तो, इसको लेकर गृहमंत्री अमित ने बताया प्लान बी
गृह मंत्री ने कहा कि प्लान बी की जरूरत तब पड़ती है ,जब प्लान ए के सफल होने की संभावना 60 प्रतिशत से कम होती है।
लोकसभा चुनाव में पांचवें चरण की वोटिंग 20 मई को होने जा रही है। चार चरणों की वोटिंग के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू के दौरान यह कह दिया है कि बीजेपी को बहुमत पहले मिल चुकी है, यहां तक कि उन्होंने बोला है कि और अब तो बस 400 पार जाना है। हालांकि विपक्ष अब उनके द्वारा किए गए इस दावों पर चुटकी जरूर ले रहा है, लेकिन गृह मंत्री अमित शाह सीट की आकड़ों को पूरी तरह आत्म विश्वास से भरे हुए हैं। वहीं उनका कहना है कि पीएम मोदी प्रचंड बहुमत के साथ फिर सरकार बना रहे हैं।
गृहमंत्री ने बताया प्लान B
लेकिन अब एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में अमित शाह ने हर सवाल का जवाब दिया है। वहीं जब अमित शाह से पूछा गया कि अगर बहुमत नहीं मिलता तो शाह के पास क्या कोई प्लान बी भी तैयार है? इस सवाल का जवाब देते हुए गृह मंत्री ने कहा कि प्लान बी की जरूरत तब पड़ती है जब प्लान ए के सफल होने की संभावना 60 प्रतिशत से कम होती है। हालांकि उनका कहना है कि मैं तो भरोसे के साथ कह सकता हूं कि पीएम मोदी प्रचंड बहुमत के साथ फिर वापसी करने वाले हैं। बता दें वैसे इससे पहले भी गृह मंत्री कई इंटरव्यू में कह चुके हैं कि पीएम मोदी ही देश के अगले प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं, हालांकि अमित शाह ने तो कई बार यह भी बोला है कि 2029 के लोकसभा चुनाव में भी वे बीजेपी का चेहरा रहने वाले हैं।
पीएम से बड़ा आरक्षण का कोई समर्थक नहीं
बता दें इस वक़्त इंडिया गठबंधन ने लोकसभा चुनाव में आरक्षण को भी मुद्दा बना रखा है। इसको लेकर चुनाव में एक नेरेटिव सेट किया गया है। वही इंडिया गठबंधन बीजेपी पर यह आरोप भी लगाते हुए आ रही है कि अगर बीजेपी फिर से सत्ता में आई तो संविधान बदल कर आरक्षण को भी खत्म करने का काम होगा। वहीं अब गृह मंत्री ने इसका भी जवाब दिया है। दरअसल इस पर अमित शाह ने बोला कि हमने यह बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है कि जब तक भारतीय जनता पार्टी का एक भी सांसद है तब तक SC, ST और OBC आरक्षण को कोई हाथ नहीं लगा सकता है। उन्होंने बोला कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बड़ा SC, ST और OBC आरक्षण का कोई समर्थक नहीं है।
दक्षिण की राजनीति पर अमित शाह ने कही ये बात
हालांकि आरक्षण के सवाल के बाद शाह से दक्षिण भारत की राजनीति पर भी सवाल किया गया। उनसे पूछा गया कि आखिर बीजेपी दक्षिण भारत में कितना सीट हासिल सकती है, और कांग्रेस की रणनीति को लेकर उनके क्या विचार है, इन सवाल पर भी गृह मंत्री ने एक विस्तृत जवाब दिया है। अमित शाह ने इस सवाल के जवाब में जोर देकर कहा कि अगर कोई कहता है कि ये अलग देश है, तो यह बहुत आपत्तिजनक है। उन्होंने बोला इस देश का अब कभी भी विभाजन नहीं हो सकता है। कांग्रेस पार्टी के एक कद्दावर नेता ने उत्तर और दक्षिण भारत को विभाजित करने की बात कही और कांग्रेस इससे इनकार नहीं करती है। इसको लेकर देश की जनता को सोचना चाहिए कि आखिर कांग्रेस पार्टी का एजेंडा क्या है? पांच राज्यों केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक को मिलाकर इन चुनाव में बीजेपी सबसे ज्यादा सीट हासिल करने जा रही है।
गृह मंत्री ने इंडिया गठबंधन कसा तंज
हालांकि इस दौरान दक्षिण भारत की राजनीति के अलावा गृह मंत्री ने इंडिया गठबंधन पर भी तंज कसने का एक भी मौका नहीं छोड़ा है। उनके अनुसार हर बड़े और देशहित वाले मुद्दे पर इंडिया गठबंधन के हर नेता के विचार एक समान दिखाई पड़ते हैं। इस दौरान कुछ उदाहरणों का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि मुझे लगता है कि बदलाव होगा। पूरे INDI गठबंधन का चरित्र एक जैसा है। उनका कहना है सारी पार्टियां परिवारवादी है, सभी पार्टियां कहती हैं कि धारा 370 को वापस लाएंगे। सभी पार्टियां तीन तलाक का समर्थन करती हैं। वही सभी पार्टियां भ्रष्टाचार में डूबी हुई हैं।
उड़ीसा की राजनीति पर कहीं ये बात
दरअसल इस वक़्त ओडिशा की राजनीति भी काफी दिलचस्प हो चुकी है। जिस राज्य में पहले बीजेपी के साथ गठबंधन की बात को लेकर चर्चा चल रहा था। वहां पर पीएम मोदी अब उड़ीसा के सीएम नवीन पटनायक पर लगातार हमलावर हैं। हालांकि इस यू टर्न को लेकर अमित शाह ने बताया कि किसी भी नेता द्वारा बयान हालिया स्थिति को देखते हुए किया जाता है। पीएम ने मौजूदा स्थिति को देखकर ही बयान किया है। इस दौरान गृह मंत्री ने बोला कि मेरा भी मानना है कि उड़ीसा में सरकार बदलने जा रही है।
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