जयंत चौधरी को एनडीए की बैठक में मुख्य मंच पर नहीं मिली जगह, सपा और कांग्रेस ने बताया आरएलडी का अपमान
एनडीए दल के सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल प्रमुख जयंत चौधरी भी सांसदों के बीच में बैठे नजर आए। उत्तर प्रदेश में राजनीति शुरू हो गई है। दरअसल इस मामले को समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मुद्दा बना लिया है। और इस मामले को जोर-शोर काफी उठाया है।
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी और एनडीए के खराब प्रदर्शन का असर एनडीए सांसदों की बैठक में दिखा। एक तरफ जहां सीएम योगी आदित्यनाथ बैठक के दौरान गंभीर नजर आए। वहीं इस दौरान सीएम योगी चेहरे पर यूपी में एनडीए को महज 36 सीटें मिल पाने की निराशा साफ झलक रही थी। जबकि दूसरी तरफ एनडीए दल के सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल प्रमुख जयंत चौधरी भी सांसदों के बीच में बैठे नजर आए। एनडीए के अपना दल एस प्रमुख अनुप्रिया पटेल और हम अध्यक्ष जीतन राम मांझी जैसे नेता एनडीए की बैठक में मुख्य मंच पर बैठे दिखे। लेकिन जयंत चौधरी को मुख्य मंच पर जगह नहीं मिला। इसको लेकर अब उत्तर प्रदेश में राजनीति शुरू हो गई है। दरअसल इस मामले को समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मुद्दा बना लिया है। और काफी जोर-शोर से इस मामले को उठाया है। सपा ने इसे जयंत चौधरी का अपमान बताया है। हालांकि अब इस मामले में योगी सरकार के मंत्री का बयान सामने आया है।
बीजेपी आरएलडी को देती है पर्याप्त महत्व
दरअसल आरएलडी एमएलए ने बोला कि विपक्षी पार्टियों को मानसिकता में बदलाव लाने की जरूरत है। इसके साथ ही उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी राष्ट्रीय लोक दल को पर्याप्त महत्व देती है। इस प्रकार की बातें नहीं होनी चाहिए। रालोद एनडीए के साथ मजबूती से खड़ा है। हालांकि इस मामले कांग्रेस के यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मोदी जी के यहां जो जाएगा, उसके साथ यही होगा। आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी को एनडीए की बैठक में मंच पर जगह नहीं देना उनका अपमान है। इसलिए उन्हें एनडीए छोड़कर इंडिया गठबंधन की ओर आ जाना चाहिए। आरएलडी नेता का बयान इसी प्रकार के बयानों पर सामने आया है। वहीं अब आरएलडी ने भी अजय राय के बयान पर पलटवार किया है।
घटक दल के तमाम नेता मुख्य मंच पर रहे मौजूद
दरअसल एनडीए संसदीय दल की बैठक का आयोजन 7 जून को किया गया। दिल्ली में हुई इस बैठक में एनडीए के तमाम सांसद और पार्टी अध्यक्ष मौजूद रहे। जहां मुख्य मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ-साथ अन्य दलों के अध्यक्ष को जगह दी गई थी। वहीं जदयू से नीतीश कुमार और टीडीपी से चंद्रबाबू नायडू, जनसेना के पवन कल्याण, हम के जीतन राम मांझी, अपना दल एस अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल, शिवसेना शिंदे गुट के अध्यक्ष एकनाथ शिंदे, लोजपा रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान समेत अन्य नेता मुख्य मंच पर मौजूद थे। जबकि bjpw शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री एवं उप मुख्यमंत्री समेत नवनिर्वाचित सांसद और राज्यसभा सदस्य सामने की सीटों पर बैठे थे।
जयंत चौधरी को मुख्य मंच पर नहीं मिली जगह
बता दें राष्ट्रीय लोक दल ने इस लोकसभा चुनाव में दो सीटों पर जीत दर्ज की है। हालांकि जयंत चौधरी राज्यसभा सदस्य हैं। एनडीए की इस बैठक में जयंत चौधरी सामने सांसदों के बीच बैठे दिखाई दिए थे। उन्हें मुख्य मंच पर जगह नहीं मिल पाई। इसी मसले को कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने जोरदार तरीके से सवाल उठा कर मुद्दा बना दिया दिया है। यहां तक सोशल मीडिया पर जयंत चौधरी एनडीए की बैठक के बीच ट्रेंड करने लगे। जबकि सोशल मीडिया पर लोग उन्हें मुख्य मंच पर जगह न दिए जाने को राष्ट्रीय लोक दल का अपमान बताने रहे हैं। इसके साथ ही कांग्रेस और समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय लोक दल को दिए जाने वाले सम्मान को भी याद दिलाने लगे।
सपा और कांग्रेस के वार पर किया पलटवार
दरअसल उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और राष्ट्रीय लोक दल के विधायक अनिल कुमार का अब बयान सामने आया है। उन्होंने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की ओर से उठाए जाने वाले सवालों पर पलटवार करते हुए जवाब दिया है। उन्होंने एनडीए संसदीय दल की बैठक में जयंत चौधरी को मुख्य मंच पर जगह न दिए जाने के मामले पर राजनीति नहीं करने की बात कही है। यहां तक कि यूपी सरकार के मंत्री ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी की ओर से रालोद को सम्मान दिए जाने के मसले पर कहा कि उन्होंने हमें सम्मान कहां दिया था। वह हमें महज 7 सीटें दे रहे थे। अपने पांच प्रत्याशी हमें दहेज में दे रहे थे। उन्होंने कांग्रेस को 17 सीटें दी। उन्हें एक भी प्रत्याशी दहेज में नहीं दिया। उन्होंने सवाल किया कि हमारे साथ इस प्रकार का व्यवहार क्यों किया जा रहा था?
हालांकि मुख्य मंच पर जगह न मिल पाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि ऊपर बैठना और नीचे बैठना कोई बड़ी बात नहीं है। उन लोगों को ब्रॉड माइंडेड रहकर राजनीति करनी चाहिए। यह छोटी बातें हैं। इस तरह की बातें हम लोग नहीं सोचते हैं। राष्ट्रीय लोक दल एनडीए का मुख्य घटक दल है और एनडीए के साथ है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हम हमेशा साथ रहेंगे। हालांकि अब देखने वाली बात होगी कि अनिल कुमार के इस बयान को सपा किस तरह से लेती है।
What's Your Reaction?