AAP नेताओं के होली का रंग पड़ा फीका, केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी ने की इस बात की घोषणा

गौरतलब है कि पहले मनीष सिसोदिया, फिर संजय सिंह और अब अरविंद केजरीवाल। एक के बाद एक आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेता कथित तौर पर शराब नीति घोटाले की भेंट चढ़ते जा रहे हैं। जहाँ पहले सिसोदिया की होली-दिवाली जेल में मनी, फिर संजय सिंह की दिवाली जेल में मनी तो अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की होली केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी की कस्टडी में मनेगी। वहीं दिल्ली का राजस्व बढ़ाने का दावा करते हुए लाई गई 'एक शराब की बोतल के साथ एक बोतल फ्री' वाली स्कीम ने एकाएक आम आदमी पार्टी के त्योहारों को फीका कर दिया है। बताते चलें कि पिछले साल दिवाली से पहले संजय सिंह गिरफ्तार हुए थे, तो अब होली से ठीक पहले अरविंद केजरीवाल को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि आम आदमी पार्टी ने भी इस बात की घोषणा कर दी है कि इस बार उसके नेता और कार्यकर्ता होली नहीं मनाएंगे।

Mar 23, 2024 - 14:39
Mar 23, 2024 - 14:30
AAP नेताओं के होली का रंग पड़ा फीका, केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी ने की इस बात की घोषणा

ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब किसी आप नेताओं के त्योहार का रंग फीका पड़ा हो बता दें कि इस से पहले भी कई बार हो चुका है जब आम आदमी पार्टी के नेताओं को परिवार के साथ नहीं ब्लकि हवालात में त्योहार मनाना पड़ा हो। बता दें कि जब से सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया तब से ही इस बात की चर्चा हो रही है कि आखिर होली पर केजरीवाल जेल रहेगें या तब तक उन्हें बेल मिलती है।

गौरतलब है कि पहले मनीष सिसोदिया, फिर संजय सिंह और अब अरविंद केजरीवाल। एक के बाद एक आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेता कथित तौर पर शराब नीति घोटाले की भेंट चढ़ते जा रहे हैं। जहाँ पहले सिसोदिया की होली-दिवाली जेल में मनी, फिर संजय सिंह की दिवाली जेल में मनी तो अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की होली केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी की कस्टडी में मनेगी। वहीं दिल्ली का राजस्व बढ़ाने का दावा करते हुए लाई गई 'एक शराब की बोतल के साथ एक बोतल फ्री' वाली स्कीम ने एकाएक आम आदमी पार्टी के त्योहारों को फीका कर दिया है। बताते चलें कि पिछले साल दिवाली से पहले संजय सिंह गिरफ्तार हुए थे, तो अब होली से ठीक पहले अरविंद केजरीवाल को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि आम आदमी पार्टी ने भी इस बात की घोषणा कर दी है कि इस बार उसके नेता और कार्यकर्ता होली नहीं मनाएंगे।

कोर्ट ने 6 दिन की रिमांड किया मंजूर

वहीं अब 28 मार्च तक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नया ठिकाना ईडी दफ्तर बन चुका है। जहां बीते शुक्रवार को कोर्ट ने केजरीवाल को 28 मार्च तक ईडी की रिमांड में भेज दिया है। तो इससे साफ़ हो गया है कि इस बार उनकी होली ED की कस्टडी में रहते हुए ही मानेगी। बताते चलें कि ईडी का कहना है कि केजरीवाल ही शराब घोटाले के मुख्य आरोपी हैं। वहीं इसको लेकर ईडी ने 28 पेजों की रिमांड कॉपी कोर्ट में पेश की है और 10 दिनों की रिमांड की मांग की है। हालांकि कोर्ट ने इस मामलें में 6 दिन की रिमांड मंजूर की है। 

बता दें कि ऐसा पहली बार हुआ है कि, जब मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए किसी नेता की गिरफ्तारी हुई है और अदालत ने उसकी रिमांड को भी मंजूर कर दिया है। हालांकि कोर्ट ने मुख्यमंत्री को इस मामले में थोड़ी राहत देते हुए ईडी कस्टडी के दौरान डेली आधे घंटे  पत्नी सुनीता केजरीवाल और निजी सचिव विभव कुमार से मिलने की इजाजत दी है। इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल कि खराब सेहत को देखते हुए डॉक्टर द्वारा बताई डाइट देने के आदेश दिए गए हैं।

सिसोदिया की होली जेल में ही मानेगी

हालांकि इससे पहले दिल्ली शराब नीति में कथित घोटाले के आरोप में डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया 26 फरवरी 2023 को गिरफ्तार हुए थे। इसके बाद उन्होंने निचली अदालत से लेकर उच्च अदालत तक का रुख किया, लेकिन अब तक उनकी जमानत मंजूर नहीं हुई। इसके कारण सिसोदिया की होली जेल में ही मानेगी। 

बता दें कि 2021 के नवंबर में केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में नई शराब नीति लेकर आई थी। नई शराब नीति के अंतर्गत दिल्ली में शराब के कारोबार को 100 फीसदी निजी हाथों में सौंप दिया दिया गया था। हालांकि नई शराब नीति को लेकर दावा किया गया था कि इससे सरकार का राजस्व बढ़ेगा और पुरानी नीति की खामी दूर हो जाएगी। यहीं से कहानी में ट्विस्ट आया था। वहीं नई शराब नीति को लेकर गंभीर कुछ आरोप लगे थे। आरोप ये कि एक्साइज पॉलिसी में कुछ खास कारोबारियों को फायदा पहुंचाने वाले प्रावधान डाले गए और बदले में शराब नीति से लाभ उठाने वाले कारोबारियों ने केजरीवाल सरकार को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी। जिसके बाद सरकार की इस नीति पर सवाल उठने शुरू हो गए। हालांकि जैसे ही इस नीति पर सवाल उठे तो बाद में  केजरीवाल सरकार ने नई शराब नीति को वापस ले लिया इसके साथ केजरीवाल ने इस नीति में किसी तरह के घोटाले के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। 

ईडी का आरोप घोटाले में सबसे बड़ी भूमिका केजरीवाल

वहीं ईडी ने जिस तरह से एक्शन लिया है इसको लेकर अब लोगों के मन में कई सवाल हैं। सवाल ये हैं कि आखिर ईडी के पास केजरीवाल के खिलाफ कितने और क्या सबूत हैं, जो जांच एजेंसी दिल्ली के मुख्यमंत्री को ही गिरफ्तार कर लिया। हालांकि इनकी गिरफ्तारी को लेकर पिछले काफी समय से अंदेशा लगाया जा रहा था।  लेकिन लोगों ने सोचा नहीं था कि इतनी आसानी से मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। दरअसल ईडी का आरोप है कि इस पूरे घोटाले में सबसे बड़ी भूमिका केजरीवाल ने निभाई है। केजरीवाल ने ही शराब कारोबारियों से डील करके आबकारी नीति का ड्राफ्ट तैयार करवाया।

 केजरीवाल अपने ऊपर लगे आरोपों को बताया निराधार

 केजरीवाल अपने ऊपर लगे आरोपों को बताया निराधारहालांकि जांच एजेंसी की मानें तो आरोप है कि केजरीवाल ने इस कथित शराब नीति घोटाले को तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर की बेटी के कविता के मदद से अंजाम दिया है और बदले में केजरीवाल को 100 करोड़ की रिश्वत मिली थी। वहीं ईडी ने कोर्ट में रिमांड मांगने के लिए केजरीवाल के खिलाफ कई सबूतों को आधार बनाया। ईडी ने कोर्ट में बताया कि उसके पास के.कविता के अकाउंटेंट बुचीबाबू का बयान है। रिश्वत देने वाले सांसद श्रीनिवासुलु रेड्डी का भी बयान है। घोटाले में आरोपी एक बड़े शराब कारोबारी से डील को लेकर केजरीवाल की वीडियो कॉलिंग के जरिए हुई बातचीत का सबूत है। हालांकि केजरीवाल अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताते आए हैं। वहीं जांच की फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही इस बात का पता चल पाएगा की केजरीवाल दोषी हैं या उनपर जो आरोप लगे हैं तो गलत हैं। फिलहाल सीएम ईडी की कस्टडी में हैं।

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