यूपी में लिफ्ट एक्ट पास होने के बाद भी ग्रेटर नोएडा की सोसाइटी में नहीं थम रहा है लिफ्ट अटकने का मामला 

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसाइटी में आए दिन लिफ्ट में लोगों के फंसने के मामले सामने आते रहता है। प्रदेश में लिफ्ट एक्ट पास हो जाने के बाद भी अभी तक ग्रेटर नोएडा में स्थिति में सुधार देखने को नहीं मिल रहा है। ग्रीन आर्क सोसाइटी में तकनीकी खराबी के कारण लिफ्ट बंद हो गई थी। इस लिफ्ट में निशेष नाम का लड़का अटक गया था  

Aug 12, 2024 - 18:53
यूपी में लिफ्ट एक्ट पास होने के बाद भी ग्रेटर नोएडा की सोसाइटी में नहीं थम रहा है लिफ्ट अटकने का मामला 

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसाइटी में आए दिन लिफ्ट में लोगों के फंसने के मामले सामने आते रहता है। वहीं सीएम योगी के द्वारा प्रदेश में लिफ्ट एक्ट पास हो जाने के बाद भी अभी तक ग्रेटर नोएडा में स्थिति में सुधार देखने को नहीं मिल रहा है। यहां तक कभी बुजुर्ग, कभी बच्चे, तो कभी युवा लिफ्ट में फंसकर घंटों परेशान हो रहे हैं। दरअसल ताजा मामला ग्रेटर नोएडा के बिसरख थाना इलाके के एक हाईराइज सोसाइटी से आया है। यहां बीते रविवार देर रात 16 साल का एक बच्चा करीब डेढ़ घंटे तक लिफ्ट में फंसा रहा। हालांकि कड़ी मशक्कत के बाद उसको बाहर निकाला गया। जिसका वीडियो भी सामने आया है। वहीं वीडियो में साफ तौर पर देखा गया किस तरह लोहे के रॉड के जरिए लिफ्ट के दरवाजों को खोलने की कोशिश की गई। वहीं इस मामलें में पुलिस ने समिति के मेंटेनेंस विभाग को दी कड़ी चेतावनी, पुलिस के द्वारा बोला गया कि आगे से ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। 

कड़ी मशक्कत के बाद निकाला बाहर     

इस संबंध में पुलिस प्रशासन का कहना है कि 11 अगस्त की रात थाना बिसरख क्षेत्र में ग्रीन आर्क सोसाइटी में तकनीकी खराबी के कारण लिफ्ट बंद हो गई थी। इस लिफ्ट में निशेष नाम का लड़का अटक गया था जिसकी उम्र 16 साल बताई जा रही है। जो अपने परिवार के साथ सोसाइटी के एफ टावर फ्लैट नंबर 1204 ए में रहता है। मिली जानकारी के मुताबिक करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सोसायटी के गार्ड, मेंटेनेंस विभाग और आसपास के लोगों ने मिलकर लोहे की रॉड से लिफ्ट का दरवाजा खोल कर उसे सुरक्षित बाहर निकाला गया।

बच्चे के पिता ने दी जानकारी 

वहीं इस मामलें सोसाइटी निवासी और बच्चे के पिता निशित द्विवेदी का कहना है कि रविवार रात करीब साढ़े आठ बजे मेरा बेटा एफ टावर की लिफ्ट में अचानक फंस गया। वह तेरहवीं मंजिल से नीचे जा रहा था। उस समय आठवीं मंजिल पर जाकर लिफ्ट अचानक अटक गई। इस दौरान वह अकेला ही करीब डेढ़ घंटे से ज्यादा समय तक लिफ्ट के अंदर ही फंसा रहा। लिफ्ट में लगे उपकरण भी काम नही कर रहे थे। बेटे की आवाज सुनकर मदद के लिए मेंटेनेंस कर्मचारी पहुंचे, लेकिन वे इतने प्रशिक्षित ही नही थे जो लिफ्ट खोल पाए। उसके बाद मैंने और आसपास के लोगों ने मिलकर कड़ी मशक्कत के बाद लिफ्ट को टेढ़ा कर बेटे को बाहर निकाला।

पुलिस ने दी मेंटेनेंस ऑफिस को हिदायत

बता दें इसके बाद बिसरख थाना की पुलिस के द्वारा सोसाइटी के मेंटेनेंस ऑफिस को हिदायत दी गई है। गौरतलब है कि ये कोई पहला मामला नहीं है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की हाई राइज सोसइयटी में लगातार लिफ्ट में फंसने के मामले आ रहे हैं और इसमें जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कोई बड़ा एक्शन नहीं लिया जा रहा है। इसलिए इस तरह के मामले थमते नजर नहीं आ रहे हैं। एक्सपर्ट बताते हैं कि लिफ्ट की सही तरीके से मेंटेनेंस ना होना, उनके रखरखाव में कमी करना, इन दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण है। हालांकि ये पहला ऐसा मामला नहीं है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं।

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