एस्ट्राजेनेका ने दुनियाभर से कोरोना वैक्सीन को मंगाई वापस, लोगों के मन में उठ रहे हैं सवाल, भारत में बढ़ी चिंता
एस्ट्राजेनेका ने दुनियाभर से अपना कोरोना का टीका वापस मंगा लिया है। भारत में कोरोना वैक्सीन वापस लेने का कोई फैसला नहीं हुआ है।
कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका ने जब से वैक्सीन से खतरा होने की बात स्वीकार की है। तब से ही इसको लेकर काफी ज्यादा विवाद खड़ा हो गया है। यहां तक कि भारत में इसको लेकर विपक्षी पार्टियां लगातार अब सरकार पर निशाना भी साध रहीं हैं। हालांकि दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी के दौरान लोगों को टीके मुहैया कराने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका ने अब एक फैसला लिया है। जिसके बाद से एक बार फिर लोगों के मन में बीमारी का खतरा बढ़ गया है।
बता दें कि अब एस्ट्राजेनेका ने दुनियाभर से अपना कोरोना का टीका वापस मंगा लिया है। वही इसको लेकर कंपनी ने कहा है कि वह दुनियाभर से अपनी वैक्सजेवरिया वैक्सीन को वापस मंगा रही है। गौरतलब है कि एस्ट्राजेनेका के लाइसेंस वाली कोविशील्ड वैक्सीन ही भारत में भी कोरोना से बचाव के लिए लोगों को दी गई थी। असल में भारत में लगाई गई कोविशील्ड वैक्सीन भी उसी फार्मूले पर बनी है, जिस पर वैक्सजेवरिया वैक्सीन बनी है। भारत में कोविशील्ड का निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने किया था। हालांकि अभी तक भारत में कोरोना वैक्सीन वापस लेने का कोई फैसला नहीं हुआ है।
वैक्सीन के साइड इफेक्ट आए सामने
बता दें कि द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, एस्ट्राजेनेका ने यह दावा किया है कि वैक्सीन का अपडेट संस्करण उपलब्ध है, ऐसे में वैक्सीन के पुराने स्टॉक को वापस मंगाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक , कंपनी ने 5 मार्च को ही वैक्सीन वैक्सजेरवरिया को वापस मंगाने का फैसला कर लिया था। लेकिन अब इसको लेकर आदेश 7 मई से प्रभावी हुआ है। वहीं ब्रिटिश-स्वीडिश फार्मास्यूटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका का यह कदम ऐसे समय पर सामने आया है। जब कंपनी ने बीते दिनों ही इस बात स्वीकार किया है कि कुछ मामलों में कोविड वैक्सीन के साइड इफेक्ट सामने आए हैं। और इसकी वजह से कुछ लोगों में थ्रंबोसिस थ्रंबोसाइटोपीनिया सिंड्रोम बीमारी के लक्षण देखे गए हैं, जिसमें लोगों में खून के थक्के जमने लग जाते हैं। जिसके बाद से ही लोगों के बीच इसको लेकर विवाद भी बढ़ गया है।
कंपनी के खिलाफ कई मुकदमें दर्ज
गौरतलब है कि एस्ट्राजेनेका कंपनी कोविड वैक्सीन को लेकर कई मुकदमों का सामना कर रही है। वहीं कंपनी पर आरोप है कि कोविड वैक्सीन लगने के बाद कई लोगों की जान गई है। दरअसल जैमी स्कॉट नामक एक व्यक्ति ने एस्ट्राजेनेका के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। स्कॉट का आरोप है कि वैक्सीन लेने के बाद उसके शरीर में खून के थक्के जमने की समस्या हुई और दिमाग में भी ब्लीडिंग हुई। इससे उसके मस्तिष्क को नुकसान हुआ। ऐसे ही कंपनी के खिलाफ 50 से अधिक मामले दर्ज हुए हैं। हालांकि जिसके बाद कंपनी ने भी कोर्ट में लिखित दस्तावेजों में यह स्वीकार किया कि कोरोना वैक्सीन के कुछ दुर्लभ मामलों में साइड इफेक्ट दिख सकते हैं।
भारत में लोगों के मन में उठी चिंताएं
बता दें एस्ट्राजेनेका ने यूरोप और दुनिया के अन्य देशों से ही कोरोना वैक्सीन वापस मंगाने का फैसला किया है। भारत में सीरम इंस्टीट्यूट की तरफ से अभी तक ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है। लेकिन भारत में भी कोविशील्ड को लेकर चिंता उठ रही है और इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की गई है और वैक्सीन की सुरक्षा संबंधी चिंताओं पर सुनवाई की मांग की गई है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट भी सुनवाई के लिए सहमत हो गया है, लेकिन अभी तक कोर्ट में बहस के लिए तारीख तय नहीं हुई है।
What's Your Reaction?