गाजियाबाद में ज़िद के कारण गई पूजा की जान, लिव इन पार्टनर आलम ने साजिश के तहत गला घोंटकर की पूजा की हत्या
गाजियाबाद से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आया है। जहां लिव इन में रहने वाली पूजा की उसके प्रेमी आलम ने हत्या कर दी। बता दें हापुड़ के गोंदी गांव के रहने वाले कार मिस्त्री आलम ने साथ रहने की जिद करने पर दूसरी पत्नी पूजा की हत्या कर शव गंगनहर में फेंक दिया।
दिल्ली से सटे गाजियाबाद से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आया है। जहां लिव इन में रहने वाली पूजा की उसके प्रेमी आलम ने हत्या कर दी। बता दें हापुड़ के गोंदी गांव के रहने वाले कार मिस्त्री आलम ने साथ रहने की जिद करने पर दूसरी पत्नी पूजा की हत्या कर शव गंगनहर में फेंक दिया। यहां तक कि आलम अपने इस गुनाह पर पर्दा डालने की कोशिश में पूजा के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी, हालांकि जिसके बाद पुलिस मामले में छानबीन कर ही रही थी। लेकिन इस राज से पर्दा तब उठा जब पूजा की बहन पूनम अगले ही दिन थाने पहुंचकर उसकी साजिश को बेनकाब कर दिया।
आलम ने किया जुर्म कबूल
हालांकि पूजा की बहन के द्वारा रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद इस पर पुलिस ने आलम को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसके बाद राज खुलने में देर नहीं लगी। उसने पुलिस के सामने अपना जुर्म कुबूल करते हुए कहा, पूजा इस जिद पर अड़ी थी कि वह पहली पत्नी सना को छोड़कर उसके साथ रहे। वह काफी दिन तक उसे टालता रहा लेकिन जब वह दबाव बनाने लगी तो पूजा को रास्ते से हटा दिया। वहीं साजिश के तहत उसने पुलिस में पूजा के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी ताकि इस मामले में पुलिस का शक उस पर ना जाए।
चार साल से में थे लिव इन
हालांकि इस पूरे मामले डीसीपी नगर राजेश कुमार ने बताया कि आलम और पूजा चार साल से लिव इन रिलेशन में रह रहे थे। वही छह महीने पहले दोनों ने निकाह किया था। जिसके बाद आलम ने पूजा को गाजियाबाद के विजयनगर में किराए पर कमरा दिला दिया। वहीं आलम पूजा को विजयनगर में छोड़कर पहली पत्नी सना के साथ गोंदी गांव में रहता है। दूसरे निकाह के बाद वह कभी गोंदी में रहता तो कभी विजयनगर में पूजा के साथ रहता था।
डीसीपी ने आगे जानकारी में बताया कि आलम ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि पिछले कुछ दिनों से पूजा ने जिद पकड़ ली थी कि वह सना को छोड़कर उसके ही साथ रहे। हालांकि आलम का कहना है कि उसने पूजा को काफी समझाया कि ऐसा मुमकिन नहीं है लेकिन वह जिद पर अड़ी रही और दबाव बनाने लगी। इसलिए, उसने सोचा कि उसकी हत्या के अलावा उसके पास दूसरा कोई चारा नहीं है।
गुमशुदगी की रिपोर्ट कराई दर्ज
बता दें इस दौरान आलम ने जुर्म कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि वह पूजा की हत्या करने की पहले ही ठान चुका था लेकिन उसने यह नहीं सोचा था कि उसकी जान कब लेनी है। हालांकि 19 जुलाई को उसे उसकी हत्या करनी पड़ी। इसकी वजह बताते हुए उसने कहा कि उसका चार साल का बेटा जिब्राल मसूरी के अस्पताल में भर्ती था।
दरअसल, पूजा फोन पर उससे विजयनगर आने के लिए कह रही थी। उसे मना किया तो मानी नहीं, फोन करती रही। साफ मना करने पर उसने गुस्से में कहा कि वह अस्पताल ही आ रही है। तभी सोच लिया कि आज उसका काम तमाम करना है। अस्पताल के बाहर ही उसे बात करने के बहाने से कार में बिठा लिया। जिसके बाद किसी बहाने से उसे साथ ले गया। उसने बताया कि रास्ते में उसकी ही चुनरी से गला दबाकर हत्या कर दी और शव को ले जाकर गंगनहर में फेंक दिया। हालांकि अगले दिन यानी कि 20 जुलाई को विजयनगर थाने जाकर उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। ताकि किसी को उसपर शक ना हो।
पूजा की बहन ने राज से उठाया पर्दा
बता दें पूजा की बहन पूनम विजयनगर थाने पहुंचीं। उन्होंने तहरीर देकर कहा कि उसकी बहन लापता नहीं हुई है, उसका आलम ने अपहरण किया है। जिसके बाद पुलिस के द्वारा उससे पूछताछ करने पर सच सामने आ गया। इस पर पुलिस ने पहले आलम और पूजा के मोबाइल की लोकेशन निकलवाई। मसूरी के अस्पताल से गंगनहर तक दोनों की लोकेशन एक ही जगह की आ रही थी। इससे पुलिस का शक यकीन में बदल गया।
पूजा पहले से थी शादीशुदा
बता दें इस घटना की जानकारी देते हुए एसीपी रितेश त्रिपाठी ने बताया कि आलम से पूछताछ की गई तो उसने जुर्म कुबूल कर लिया है। उसने बताया कि विजयनगर की रहने वाली पूजा पहले से शादीशुदा थी और पहले पति टीटू से अलग रह रही थी। उसके तीन बच्चे हैं। उसने बताया कि उसके पहली पत्नी सना से चार बच्चे हैं। ऐसे में वह पहली पत्नी और बच्चों को नहीं छोड़ सकता था। इसलिए उसने पूजा की हत्या कर दी।
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